- उज्जैन में कला और संस्कृति को मिलेगा नया मंच, 1989.51 लाख रुपये में बनेगा प्रदेश का पहला 1000 सीट वाला ऑडिटोरियम!
- भस्म आरती: रजत के आभूषणों से किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार!
- प्रयागराज महाकुंभ के लिए न्योता देने महाकाल नगरी पहुंचे नेपाली बाबा, मायापति हनुमान मंदिर में विश्राम कर भक्तों से की चर्चा
- Simhastha 2028: घने कोहरे में उज्जैन कलेक्टर ने घाटों का किया निरीक्षण; त्रिवेणी घाट से नाव में बैठकर 29 किमी तक देखी स्थिति, दिए निर्देश
- Simhastha 2028: उज्जैन की सड़कों का होगा मेकओवर, सेंट्रल मार्किंग का काम शुरू; जल्द शुरू होगी आवासों की मार्किंग
बुधवार भस्म आरती दर्शन:भगवान महाकाल के मस्तक पर रजत चंद्र अर्पित कर राजा स्वरूप श्रृंगार
विश्व प्रसिद्ध दक्षिण मुखी श्री महाकालेश्वर मंदिर में बुधवार तड़के भस्म आरती के दौरान 4 बजे मंदिर के कपाट खोले गए। जल से भगवान महाकाल का अभिषेक करने के पश्चात दूध, दही, घी, शक्कर, फलों के रस से बने पंचामृत पूजन किया गया। भगवान महाकाल के मस्तक पर रजत चंद्र अर्पित कर राजा स्वरूप श्रृंगार किया गया।
भगवान महाकाल को भस्म अर्पित करने के दौरान भांग चन्दन अबीर के साथ रजत का चंद्र अर्पित किया गया, शेषनाग का रजत मुकुट रजत की मुण्डमाल और रुद्राक्ष की माला के साथ साथ सुगन्धित पुष्प से बनी फूलों की माला धारण की भगवान महाकाल ने।
फल और मिष्ठान का भोग लगाया भस्म आरती में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। महा निर्वाणी अखाड़े की और से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गयी। मान्यता है की भस्म अर्पित करने के बाद भगवान निराकार से साकार रूप में दर्शन देते है।