- भस्म आरती: मस्तक पर सूर्य, भांग, चन्दन और त्रिपुण्ड अर्पित कर किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार!
- भस्म आरती: बाबा महाकाल का राजा स्वरूप में दिव्य श्रृंगार त्रिपुण्ड, भांग, चन्दन अर्पित करके किया गया!
- भस्म आरती: राजा स्वरूप में सजे बाबा महाकाल, त्रिपुण्ड, त्रिनेत्र, चन्दन और फूलों की माला अर्पित कर किया गया दिव्य श्रृंगार
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उज्जैन के विकास को अब लगेंगे पंख, सिंहस्थ 2028 के विकास कार्य जल्द होंगे शुरू
सार
विस्तार
उज्जैन में सिंहस्थ 2028 और नमामि शिप्रा पोजेक्ट के साथ ही पूर्व की तरह ही विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में दोपहर एक बजे से शाम चार बजे तक गर्भगृह में आम श्रद्धालुओं के प्रवेश को शुरू करने की कवायद भी तेज हो चुकी है। इसके साथ ही यह भी प्रयास किया जा रहे हैं कि जो मेट्रो ट्रेन उज्जैन तक लाई जा रही है, उसका सर्कल पूरे उज्जैन में किया जाए।
ऐसे ही कुछ महत्वपूर्ण बातों पर संभागीय समीक्षा बैठक में विचार विमर्श किया गया, जिसमें अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा ने निर्देश दिए कि उज्जैन जिले में 50 लाख रुपये तक के जो कार्य पूर्ण हो चुके हैं। उनका प्राथमिकता से लोकार्पण कराया जाये तथा 50 लाख रुपये तक के स्वीकृत निर्माण कार्यों का भूमिपूजन भी अनिवार्य रूप से करवाया जाये। डॉ. राजौरा ने उज्जैन संभाग के अन्तर्गत उज्जैन जिले में चल रहे निर्माण कार्यों एवं विभिन्न योजनाओं की प्रगति की जानकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ली। स्थानीय एनआईसी कक्ष में सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक उज्जैन उत्तर अनिल जैन कालूहेड़ा, नगर निगम सभापति कलावती यादव सहित प्रशासनिक अधिकारीगण उपस्थित रहे।
डॉ. राजौरा ने कहा कि शहर के आंतरिक मार्गों के सुदृढ़ीकरण के छोटे-छोटे कार्य समय पर कर लें। उन्होंने निर्देश दिये कि सिंहस्थ 2028 को मद्देनजर रखते हुए शहर के अधोसंरचना विकास के कार्य शुरू करवायें। सिंहस्थ तक सभी मूलभूत आवश्यकताओं के निर्माण कार्य हो जायें। डॉ. राजौरा ने कहा कि कलेक्टर सभी जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर नये कार्य के प्रस्ताव मंगवायें और प्रस्ताव मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत करें। उन्होंने इन्दौख से पाताखेड़ी मार्ग, तपोभूमि चौराहे से फोरलेन तक बनने वाले मार्ग, लेकोड़ा मार्ग, लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाये जा रहे रिंग रोड की कार्य योजना, बड़नगर रोड पर ब्रिज निर्माण, बांगरोद में महाविद्यालय भवन, झारड़ा और माकड़ोन में महाविद्यालय भवन, ऑडिटोरियम, सिविल अस्पताल नागदा के रिनोवेशन का कार्य, खुली जेल के निर्माण कार्य की प्रगति, उज्जैन जिले के जिला अस्पताल में 100 बिस्तर के भवन, खाचरौद में कन्या छात्रावास, तराना की जेल में बैरक निर्माण, खामली में 100 सीटर अ.जा. छात्रावास का स्थान परिवर्तन करने, कायथा में महाविद्यालय भवन तथा बेरछा में शासकीय उमावि भवन का निर्माण, तराना में सिविल अस्पताल को 30 से 100 बिस्तर करने, माधव नगर अस्पताल का 200 बिस्तर में उन्नयन, आईटीआई परिसर में दिव्यांग छात्रावास के रिवाइज सेक्शन कराने से सम्बन्धित जानकारी ली एवं आवश्यक निर्देश दिये।
डॉ. राजौरा ने केडी पैलेस ब्रिज में वर्क कार्य चालू कराने, कालभैरव एवं सिद्धवट का आंतरिक विस्तारीकरण एवं जीर्णोद्धार, उज्जैन से घोंसला तक बने फोरलेन का आगे विस्तारीकरण करते हुए घोंसला से आगर तक फोरलेन बनाने के संबंध में आवश्यक निर्देश दिये। सांसद अनिल फिरोजिया ने बताया कि नमामि गंगे की तरह नमामि शिप्रा प्रोजेक्ट में 100 करोड़ रुपये से शिप्रा शुद्धिकरण का प्रस्ताव तैयार किया जायेगा। शिप्रा में मिल रहे कान्ह के पानी को डायवर्ट किया जायेगा। सांसद ने कहा कि श्रद्धालुओं के लिये पुन: दोपहर एक बजे से 4 बजे तक महाकाल के गर्भगृह में जल चढ़ाने की व्यवस्था प्रारम्भ की जाये। सांसद ने बताया कि रेलवे के ट्रेनिंग सेन्टर का भूमिपूजन प्रस्तावित है। उन्होंने मांग की कि नागझिरी से नरवर तक का मार्ग फोरलेन किया जाये।
उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट की तर्ज पर रेलवे स्टेशन का विकास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सिक्सलेन निर्माण के दौरान महामृत्युंजय द्वार के सौंदर्यीकरण का विशेष ध्यान रखा जाये। नर्मदा-कालीसिंध योजना जो तराना-घट्टिया तक विस्तृत है उसकी टेस्टिंग का काम फरवरी तक पूरा कर लिया जाये। उन्होंने बताया कि जिले को लॉजिस्टिंग हब मिल सकता है। आवश्यकता है कि इसके लिये जमीन चिन्हित की जाये। विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा ने कहा कि उज्जैन में वाहन पार्किंग एक बहुत बड़ी समस्या है। उन्होंने कहा कि झालरिया मठ के आसपास की जमीन को वाहन पार्किंग के लिये डेवलप किया जाये। जो मेट्रो ट्रेन इन्दौर से उज्जैन के लिये चलेगी, उसका सर्कल पूरे उज्जैन शहर में हो।