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इंदौर-उज्जैन रोड पर दर्दनाक हादसा: बस की टक्कर से दंपती और दो बच्चों की मौत, ड्राइवर मोबाइल पर बात कर रहा था
उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
इंदौर-उज्जैन रोड पर देर रात हुए एक भीषण सड़क हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया। बुधवार रात धरमपुरी के पास रिंगनोदिया गांव में निजी ट्रेवल्स की बस ने एक बाइक को टक्कर मार दी। इस हादसे में बाइक सवार महेंद्र सोलंकी, उनकी पत्नी जयश्री और बेटा जिगर की मौके पर ही मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल छोटा बेटा तेजस ने भी गुरुवार सुबह अरविंदो अस्पताल में दम तोड़ दिया।
हादसे की पूरी घटना
पुलिस के अनुसार, यह बस शुक्ला ब्रदर्स के नाम पर रजिस्टर्ड है और बीजेपी विधायक गोलू शुक्ला के ऑफिस से संचालित होती है। हादसा उस समय हुआ, जब सड़क का एक ही हिस्सा चालू था। इसी बीच तेज रफ्तार बस (नंबर एमपी09 एफए 6390) ने बाइक (नंबर एमपी09 वीएफ 3495) को जोरदार टक्कर मार दी।
बाइक चला रहे महेंद्र सोलंकी के साथ उनकी पत्नी और दोनों बेटे सवार थे। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दंपती और बड़े बेटे की मौके पर ही मौत हो गई। छोटे बेटे को गंभीर हालत में अरविंदो अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने भी सुबह उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
ड्राइवर मोबाइल पर बात करते हुए चला रहा था बस
जांच में सामने आया है कि हादसे के समय बस चालक मोबाइल फोन पर बात कर रहा था और यात्रियों की रोक-टोक के बावजूद उसने गति धीमी नहीं की। हादसे के बाद चालक और बस का हेल्पर मौके से फरार हो गए। घटना से गुस्साए ग्रामीणों और लोगों ने बस के कांच फोड़ दिए और आग लगाने की कोशिश की, हालांकि पुलिस ने हालात काबू में कर लिए।
विधायक और परिजनों के बयान में विरोधाभास
इस मामले पर विधायक गोलू शुक्ला ने सफाई देते हुए कहा कि बस खड़ी हुई थी और उसमें कोई यात्री भी नहीं था। उनका दावा है कि बारिश के कारण बाइक सवार बस को देख नहीं पाए और पीछे से आकर टकरा गए।
वहीं, मृतक महेंद्र के भांजे उमेश गौर ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि वह मामा के पीछे दूसरी बाइक से चल रहा था और उसने देखा कि बस ने सामने से टक्कर मारी।
मृतक महेंद्र सोलंकी इंदौर के तीन इमली इलाके में रहते थे और परिवार का भरण-पोषण चाय की दुकान चलाकर करते थे। बुधवार को वे अपने भाई बाबूसिंह सोलंकी के घर परिवार सहित मिलने गए थे। बाबूसिंह ने तेज बारिश का हवाला देकर उन्हें रात में रुकने की सलाह दी थी, लेकिन अगले दिन बेटे जिगर की परीक्षा होने के कारण वे घर लौटने निकल पड़े।
करीब एक घंटे बाद जब परिवार घर नहीं पहुंचा, तो फोन करने पर हादसे की सूचना मिली।
पुलिस की कार्रवाई
बाणगंगा थाना प्रभारी सियाराम सिंह गुर्जर और एडिशनल एसपी रूपेश द्विवेदी के अनुसार, हादसा स्पष्ट रूप से ओवरस्पीड और लापरवाही के कारण हुआ है। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर ड्राइवर और हेल्पर की तलाश शुरू कर दी है।