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सिर्फ 11 फीसदी दूध ही आया, सब्जियों का स्टॉक खत्म, अब संकट और बढ़ेगा
उज्जैन :- किसान आंदोलन के दूसरे दिन शुक्रवार को सब्जियों के दाम दोगुना हो गए। 10 रुपए की पत्तागोभी 40 रुपए में बिकी। दूसरी सब्जियों की भी यही हालत रही। दुकानों में सब्जियों का जो स्टॉक था, वह भी लगभग खत्म हो गया। प्रमुख सब्जी मंडियों में 15 फीसदी ही दुकानें खुली।
शुक्रवार को दूध की भी किल्लत रही। शहर में रोज जितना दूध आता है, उसमें से सिर्फ 11 फीसदी की ही आपूर्ति हुई। इसके कारण लोगों को दूध के लिए भटकना पड़ा। कहीं-कहीं 60 रुपए लीटर के भाव में खरीदना पड़ा। देर रात तक दूध डेयरियों पर लोगों की भीड़ रही। इन परिस्थितियों की समीक्षा करते हुए संभागायुक्त एमबी ओझा ने कलेक्टर को व्यवस्थाओं पर काबू पाने व जरूरी वस्तुओं की अापूर्ति के निर्देश दिए। यह भी कहा कि जो भी समस्याएं पैदा करे, उससे सख्ती से निपटें। दूसरी ओर किसानों के रुख को देखते हुए शनिवार को सब्जियों और दूध की किल्लत और बढ़ सकती है। आंदोलनकारी किसान अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं।
भाकिसं के प्रदेशाध्यक्ष बोले: सरकार ने हमारे ज्ञापन कचरे की टोकरी में फेंके, हम उनसे क्यों बात करें
भारतीय किसान संघ के प्रदेशाध्यक्ष कमलसिंह आंजना ने बताया पहले हम इस मुद्दे पर सरकार से बात करना चाहते थे, मांगों को लेकर कई ज्ञापन भी दिए लेकिन उन्हें कचरे की टोकरी में फेंक दिया। हड़ताल से व्यवस्थाएं ध्वस्त होने लगी तो हमें वार्ता के लिए बुलाया जा रहा है, हम क्यों जाएं। हम तो चाहते हैं कि सरकार आलू-प्याज, तुअर-मूंग की दाल आदि जींसों की समर्थन मूल्य पर खरीदे करे, किसानों को उनकी उपज का वाजिब भाव दिलवाए।
कोई बाधक बने तो पुलिस को सूचना दें
*किसानों तक सूचना भिजवा दी है कि वे किसी के दबाव में न आएं, न ही डरें, अपनी उपज व दूध लेकर आएं, कोई बाधक बने तो पुलिस को सूचना दें। – संकेत भोंडवे, कलेक्टर
300 रुपए का 100 ग्राम बिका धनिया
मक्सी रोड, गोपाल मंदिर, दौलतगंज तथा अंकपात मार्ग आदि मंडियों में शुक्रवार को किसान सब्जी लेकर नहीं आए। मक्सी रोड सब्जी मंडी में महज 4 दलालों को ही सब्जी मिली। सब्जी कारोबारी रवींद्र बागोलिया ने बताया थोक में 150 रुपए किलो में भी धनिया नहीं मिला। खेरची में 30 रुपए में 100 ग्राम के हिसाब से धनिया बिका।
मौका देख खराब आलू भी बेच दिए
प्रदर्शनकारियों ने हड़ताल के पहले दिन सड़कों पर आलू-प्याज फेंके थे। शुक्रवार को इनकी भी पूछ परख बढ गई। व्यापारियों ने भी मौके का फायदा उठाते हुए लोगों को खराब आलू तक बेच दिए। आम दिनों में जो आलू व प्याज 5 रुपए किलो में मिल रहे थे, वे शुक्रवार को व्यापारियों ने 10 से 20 रुपए किलो तक में बेच दिए।
सांची ने भेजा ताजा दूध क्वालिटी ठीक नहीं
इधर सांची ने शुक्रवार को ताजा नाम से दूध पार्लरों पर भेजा। जो 36 रुपए लीटर था। उपभोक्ताओं के साथ पार्लर संचालकों ने भी कहा ये सस्ता है लेकिन चाह व गोल्ड जैसी क्वालिटी नहीं। दुग्ध संघ के सीईओ डॉ. एनएल त्यागी ने दावा किया सभी जगह पर्याप्त आपूर्ति की है, जबकि पार्लरों पर दूध कम ही पहुंचा था।
पुलिस की सुरक्षा में उतरे दूध के कैरेट
बहादुरगंज में सांची दूध की गाड़ी आई तो पुलिस सुरक्षा में दूध उतारा गया। शहर में छोटी-बड़ी 100 दूध डेयरी है और 500 व्यापारी-किसान फेरी लगाकर दूध बेचते हैं। शुक्रवार को ये आपूर्ति नहीं कर पाए। दूध व्यापारी मोहन वासवानी ने बताया प्रशासन की भूमिका सुस्त होने के कारण ये हालत बने हैं। जिन पाइंट पर प्रदर्शनकारी 100 की संख्या में है, वहां 2-3 सुरक्षाकर्मी भेजे जाते हैं तो इससे क्या होगा।