- उज्जैन में साध्वी ऋतुम्भरा का आगमन, बाबा महाकाल के दर्शन कर लिया आशीर्वाद; कहा 'भोले बाबा बहुत प्यारे हैं'
- उज्जैन में निकली 'शक्ति संगम' शौर्य यात्रा: 25,000 बहनों ने दिखाया शौर्य, हाथ में तलवार और घोड़े पर सवार होकर यात्रा में शामिल हुई महिलाएं; साध्वी ऋतंभरा का होगा संबोधन
- भस्म आरती: रजत मुकुट और फूलों की माला में सजे बाबा महाकाल, भस्म चढ़ाने के बाद साकार रूप में दिए दर्शन!
- एडीएम अनुकूल जैन बने महाकाल मंदिर प्रशासक, पहले भी संभाल चुके हैं जिम्मेदारी; शासन का आदेश आने तक देखेंगे कार्य ...
- भस्म आरती: महाकालेश्वर मंदिर में जयकारों के बीच हुई बाबा महाकाल की दिव्य भस्म आरती, राजा स्वरूप में किया गया भगवान का दिव्य श्रृंगार!
पुलिस के नए प्रयोगों से हादसे की संभावना
आगामी सोमवार को भगवान महाकालेश्वर की शाही व अंतिम सवारी निकलना है। इसके लिये पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों द्वारा अपने स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं। इन्हीं तैयारियों के चलते पुलिस द्वारा भीड़ प्रबंधन के लिये नए प्रयोग भी किये जा रहे हैं। पुलिस ने राम मंदिर के बाहर से रामघाट तक बीच सड़क में बैरिकेडिंग लगा दी है जिनमें मजबूती भी नहीं। इससे सवारी के दौरान हादसे की आशंका बनी हुई है।महाकालेश्वर की किसी भी सवारी के दौरान आज तक राम मंदिर से रामघाट तक भीड़ प्रबंधन के नाम पर बैरिकेडिंग नहीं की गई है क्योंकि संकरा मार्ग और रामानुजकोट के मोड़ पर भीड़ के दबाव के चलते बैरिकेडिंग से पुलिसकर्मी हमेशा मशक्कत करते नजर आते हैं।
यहां हादसे की संभावना भी अधिक होती है। श्रावण मास और भादव मास में अब तक निकली सवारियों के दौरान पुलिस द्वारा उक्त जगह पर बैरिकेडिंग नहीं की गई थी लेकिन महाकालेश्वर की शाही सवारी पर लाखों की संख्या में जुटने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के मद्देनजर पुलिस अधिकारियों द्वारा इस बार राम मंदिर से रामघाट तक बैरिकेडिंग कर दी गई है।