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विक्रम विश्वविद्यालय में कृषि स्नातकोत्तर प्रवेश परीक्षा संपन्न, 172 छात्रों ने दी परीक्षा; छात्रों को मिला विशेषज्ञता हासिल करने का सुनहरा मौका!
उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
उज्जैन स्थित विक्रम विश्वविद्यालय में रविवार को कृषि स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एक संयुक्त प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया गया। यह परीक्षा विश्वविद्यालय के भौतिक विभाग में सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक आयोजित की गई, जिसमें परीक्षार्थियों ने ओएमआर शीट पर अपने उत्तर अंकित किए। इस परीक्षा के लिए कुल 226 विद्यार्थियों ने आवेदन किया था, जिनमें से 172 छात्र परीक्षा में उपस्थित हुए। यह परीक्षा विश्वविद्यालय की ओर से कृषि शिक्षा को नई दिशा देने और विषय विशेषज्ञ तैयार करने की गंभीर पहल मानी जा रही है।
परीक्षा समन्वयक प्रो. संदीप तिवारी ने जानकारी दी कि परीक्षा का परिणाम आगामी दो दिनों में घोषित किया जाएगा। वहीं, कृषि विज्ञान विभाग के प्रमुख प्रो. राजेश टेलर ने बताया कि इस परीक्षा के माध्यम से सात प्रमुख कृषि विषयों में दाखिला दिया जाएगा। इन विषयों में एग्रोनॉमी, सॉयल साइंस, हॉर्टिकल्चर, फ्रूट एंड वेजिटेबल साइंस, प्लांट पैथोलॉजी, एग्रीकल्चरल एक्सटेंशन और इस वर्ष से आरंभ किया गया नया विषय एंटोमालॉजी (कीट विज्ञान) शामिल हैं।
इस प्रवेश परीक्षा के आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों को कृषि विज्ञान के गहन अध्ययन और अनुसंधान के क्षेत्र में प्रशिक्षित करना है, जिससे वे भविष्य में किसानों की सहायता करने वाले कृषि विशेषज्ञ बन सकें। विश्वविद्यालय प्रशासन की मंशा है कि चयनित विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा और शोध के अवसर प्रदान किए जाएं, ताकि राज्य और देश के कृषि परिदृश्य को नई दिशा दी जा सके।
परीक्षा के दौरान कुलगुरु प्रो. अर्पण भारद्वाज ने परीक्षा केंद्र का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि यह परीक्षा न केवल छात्रों की शैक्षणिक समझ को आंकने का माध्यम है, बल्कि इससे विश्वविद्यालय के शोध और नवाचार की परंपरा को भी मजबूती मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि विक्रम विश्वविद्यालय भविष्य में कृषि आधारित नवाचारों और अनुसंधान परियोजनाओं के लिए एक सशक्त मंच बनने की दिशा में लगातार प्रयासरत है।
गौरतलब है कि इस प्रवेश परीक्षा के अतिरिक्त विश्वविद्यालय में CUET (कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट) के माध्यम से चयनित विद्यार्थियों को भी कृषि स्नातकोत्तर कक्षाओं में प्रवेश दिया जाएगा।