उज्जैन जिले में हर सियासी कयासों पर भारी पड़ा मोदी का चेहरा और लाड़ली बहना योजना
उज्जैन। जिले की सातों विधानसभा सीटों पर कांटे की लड़ाई का अनुमान लगाने वाले राजनीतिक विश्लेषकों और सियासी पंडितों को चुनाव परिणामों ने चौंका दिया। क्षेत्रवार परिणाम देखें तो तराना, महिदपुर और उज्जैन दक्षिण को छोड़ किसी भी सीट पर कांग्रेस कोई चुनौती पेश नहीं कर पाई। 2018 के चुनाव में यहां चार सीटें जीतने वाली कांग्रेस इस बार पस्त दिखाई दी। सियासी गलियारों के हर कयास पर लाड़ली बहना योजना और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का चेहरा…
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