मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया सिंहस्थ 2028 की तैयारियों का शुभारंभ, माँ क्षिप्रा को अर्पित की 351 फीट चुनरी; डॉ. मोहन यादव ने कहा – क्षिप्रा सदैव प्रवाहित रहे, करोड़ों श्रद्धालुओं को मिलेगा दिव्य अनुभव!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
उज्जैन, अवंतिका नगरी – धर्म, संस्कृति और सनातन परंपरा की जीवंत धरोहर उज्जैन में आगामी सिंहस्थ 2028 की भव्य तैयारियों का श्रीगणेश हो चुका है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन के रामघाट पर माँ क्षिप्रा की पूजा-अर्चना करते हुए उन्हें 351 फीट लंबी चुनरी अर्पित की और प्रदेश की उन्नति एवं कल्याण के लिए प्रार्थना की। इस पुण्य अवसर पर वे अपनी धर्मपत्नी के साथ उपस्थित रहे, जिससे आयोजन में आध्यात्मिक गरिमा और अधिक बढ़ गई।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में उज्जैन के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व का स्मरण कराते हुए कहा कि, “अवंतिका नगरी का अस्तित्व काल की हर धारा में बना रहा है। सम्राट विक्रमादित्य से लेकर सम्राट अशोक, महाकवि कालिदास और राजा भर्तृहरि तक – यह भूमि उन सभी के जीवन और साधना की साक्षी रही है। माँ क्षिप्रा केवल एक नदी नहीं, बल्कि मोक्षदायिनी है, जो युगों से धर्म, संस्कृति और आस्था की वाहक रही है।”
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि आगामी सिंहस्थ एक दिव्य और भव्य आयोजन होगा, जिसमें श्रद्धालु क्षिप्रा के निर्मल और प्रवाहमान जल में डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित करेंगे। उन्होंने आश्वस्त किया कि सिंहस्थ के दौरान क्षिप्रा का जल कल-कल बहता रहेगा और घाटों पर स्नान के लिए विश्वस्तरीय व्यवस्थाएं की जाएंगी।
इस अवसर पर स्वामी चिदानंद सरस्वती जी महाराज, जो विशेष रूप से ऋषिकेश से पधारे थे, ने मुख्यमंत्री के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि, “डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश आध्यात्मिक उन्नति के साथ वैश्विक पहचान बना रहा है। सिंहस्थ का दिव्य स्वरूप आने वाले समय में देश-दुनिया को उज्जैन की शक्ति से परिचित कराएगा।”
राज्यसभा सांसद बाल योगी उमेश नाथ जी महाराज ने मुख्यमंत्री की मां क्षिप्रा के प्रति संवेदनशीलता और श्रद्धा की प्रशंसा करते हुए कहा, “डॉ. यादव का संकल्प है कि क्षिप्रा का जल सदैव शुद्ध, सतत और प्रवाहमान रहे। आगामी सिंहस्थ में करोड़ों श्रद्धालु पक्के घाटों पर सुविधाजनक ढंग से दिव्य स्नान का लाभ ले सकेंगे।”
कार्यक्रम में डॉ. श्रीराम तिवारी ने भी अपने विचार साझा किए और कहा कि उज्जैन में इस तरह के आयोजनों से धार्मिक पर्यटन को नया बल मिलेगा। कार्यक्रम के समापन पर लेजर शो का आयोजन हुआ, जिसमें उज्जैन की ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता को दर्शाया गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस अवसर पर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित भी किया।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित रहे – सांसद अनिल फिरोजिया, जिले के प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, नगर निगम सभापति कलावती यादव, मुख्य सचिव अनुराग जैन, सहित अनेक जनप्रतिनिधि, साधु-संत और श्रद्धालुजन।