सिंहस्थ 2028 की तैयारियों में जुटा होमगार्ड विभाग: डीजी ने लिया जायज़ा, दिए निर्माण कार्य तेज़ करने के निर्देश!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
भगवान महाकाल की नगरी — जहाँ हर 12 वर्षों में आस्था और अध्यात्म का महासंगम “सिंहस्थ कुंभ” आयोजित होता है। इसी अलौकिक आयोजन के अगले संस्करण सिंहस्थ 2028 की तैयारियों की कड़ी में होमगार्ड विभाग पूरी तत्परता से जुट चुका है। इसी क्रम में प्रदेश के डीजी होमगार्ड, आईपीएस अरविंद कुमार उज्जैन पहुंचे और तैयारियों का जायजा लिया।
होमगार्ड लाइन पहुंचते ही प्लाटून कमांडर गायत्री वर्मा के नेतृत्व में सशस्त्र बल द्वारा उन्हें गरिमामयी सलामी दी गई। इसके बाद डीजी कुमार ने सिंहस्थ 2028 की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें मध्यप्रदेश पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन के अधिकारी एवं इंजीनियर भी शामिल हुए।
बैठक का उद्देश्य था — सिंहस्थ के दौरान घाटों की सुरक्षा, अनुशासन और सेवाभाव में तैनात रहने वाले होमगार्ड जवानों के लिए एक मजबूत अधोसंरचना तैयार करना। इसमें सैनिकों के लिए नवीन बैरिक, सुसज्जित भोजनशाला, एवं नई जिला कार्यालय भवन का निर्माण प्रस्तावित किया गया। इस पूरी योजना को लेकर डीजी ने फील्ड विजिट भी किया, ताकि ज़मीनी हकीकत को समझकर बेहतर निर्णय लिया जा सके।
धार्मिक आयोजन की गरिमा को देखते हुए विशेष निर्देश
अरविंद कुमार ने स्पष्ट निर्देश दिए कि होमगार्ड विभाग सिंहस्थ का एक अभिन्न अंग है, और इसीलिए निर्माण कार्य में कोई समझौता नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी निर्माण कार्य सिंहस्थ से एक वर्ष पूर्व, यानी 2027 तक पूर्ण हो जाने चाहिए, ताकि जवानों को घाट सुरक्षा एवं आपदा प्रबंधन की पूर्ण ट्रेनिंग दी जा सके। साथ ही भवनों की गुणवत्ता, वेंटिलेशन, एवं भविष्य में उनके रखरखाव की रूपरेखा भी बजट में सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि सिंहस्थ जैसे विराट धार्मिक आयोजन में श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि है। घाटों पर प्रतिदिन लाखों की संख्या में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की निर्बाध सुरक्षा व्यवस्था के लिए एक सशक्त और प्रशिक्षित होमगार्ड बल तैयार किया जाएगा, जो सेवा, समर्पण और अनुशासन का प्रतीक होगा। इस अवसर पर डीजी के साथ डीआईजी आपदा प्रबंधन मनीष अग्रवाल, जिला कमांडेंट संतोष जाट, एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण व होमगार्ड जवान भी उपस्थित रहे।