उज्जैन-नागदा रोड पर टोल प्लाजा पर गुंडागर्दी: गाड़ी फ्री में निकालने के चक्कर में युवक और उसके साथियों ने किया हंगामा, मारपीट और जान से मारने की दी धमकी; सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड हुई घटना!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश के उज्जैन-नागदा स्टेट हाइवे पर रविवार दोपहर एक बेहद चौंकाने वाली और गंभीर घटना सामने आई। चकरावदा गांव स्थित टोल प्लाजा पर कुछ युवकों ने टोल न देने को लेकर जमकर हंगामा किया, टोल कर्मचारियों के साथ मारपीट की, उन्हें गालियां दीं और जान से मारने तक की धमकी दी। इस पूरी घटना का वीडियो अब सामने आया है, जिसने आम जनता की सुरक्षा और टोल प्लाजा की व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
घटना 22 जून को दोपहर 12:22 बजे की है, जब एक व्यवसायिक वाहन (क्रमांक MP 41-1335) चकरावदा टोल प्लाजा पर पहुंचा। चालक ने खुद को स्थानीय निवासी बताते हुए वाहन को बिना टोल चुकाए निकालने की कोशिश की। जब टोल कर्मचारियों ने नियमानुसार टोल देने के लिए कहा, तो ड्राइवर ने एक युवक ‘हिमांशु चौधरी’ का नाम लिया और कहा कि इस नाम से गाड़ी फ्री में निकलती है।
कर्मचारियों द्वारा जब जांच की गई तो पता चला कि हिमांशु चौधरी का न तो मध्यप्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (एमपीआरडीसी) से कोई संबंध है और न ही वह टोल कंपनी मेसर्स टॉप वर्थ टोल वेज का अधिकृत अधिकारी है। वह केवल एक ढाबे का संचालक या कर्मचारी है। इसी बीच कुछ देर बाद एक काली कार में सवार युवक अपने साथियों के साथ टोल प्लाजा पर आ धमका और माहौल पूरी तरह बिगड़ गया।
टोल प्लाजा के सहायक मैनेजर आदर्श प्रताप सिंह और मैनेजर सुशील कुमार मेहर के अनुसार, युवकों ने आते ही कर्मचारियों को गालियां देना शुरू कर दीं। बात इतनी बढ़ गई कि उन्होंने टोल पर तैनात गनमैन की बंदूक छीनने की कोशिश की और खुलेआम धमकी दी – “तुम्हारी ही बंदूक से तुम्हें गोली मार देंगे।”
यह पूरी घटना टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड हो गई। अब यह वीडियो वायरल हो रहा है और प्रशासन पर दबाव बढ़ रहा है कि इस तरह की घटनाओं पर सख्त और त्वरित कार्रवाई की जाए। टोल प्लाजा प्रबंधन ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए भैरवगढ़ पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने की बात कही है। साथ ही एमपीआरडीसी के अधिकारियों को भी पूरे घटनाक्रम से अवगत करा दिया गया है।