स्वच्छता में फिर नंबर 1 बना मध्यप्रदेश: राष्ट्रपति मुर्मू करेंगी 8 शहरों को सम्मानित, सीएम मोहन यादव बोले – हर नागरिक को बधाई!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:

मध्यप्रदेश एक बार फिर देशभर में स्वच्छता के क्षेत्र में अपनी पहचान मजबूत करता नज़र आ रहा है। 17 जुलाई 2025 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा मध्यप्रदेश के आठ शहरों को स्वच्छता की विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया जाएगा। यह केवल एक सम्मान नहीं, बल्कि उन हजारों सफाईकर्मियों, नगर निगम कर्मचारियों और आम नागरिकों के अथक प्रयासों का परिणाम है, जिन्होंने स्वच्छ भारत के संकल्प को जीवन का हिस्सा बना लिया है।

इंदौर – एक बार फिर नंबर वन!

स्वच्छता की पहचान बन चुके इंदौर शहर को ‘सुपर स्वच्छ लीग’ श्रेणी में लगातार आठवीं बार सम्मान मिलने जा रहा है। इंदौर पहले ही सात बार देश के सबसे स्वच्छ शहर का खिताब जीत चुका है, और अब आठवीं बार भी यह शहर श्रेष्ठता का प्रतीक बनकर उभरेगा। इस उपलब्धि का आधार सिर्फ बीते वर्षों का प्रदर्शन ही नहीं, बल्कि शहर की सतत स्वच्छता रणनीति और जनसहयोग आधारित प्रबंधन है।

भोपाल – देश की सबसे स्वच्छ राजधानी

राजधानी भोपाल को ‘भारत की सर्वश्रेष्ठ राजधानी’ के रूप में सम्मानित किया जाएगा। प्राकृतिक सुंदरता के साथ स्वच्छता के क्षेत्र में भोपाल ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इसे प्रदेश के लिए गर्व की बात बताते हुए कहा कि भोपाल ने स्वच्छता के सभी मापदंडों पर खरा उतरकर आदर्श प्रस्तुत किया है।

उज्जैन, बुधनी और अन्य शहरों की भी धाक

तीर्थनगरी उज्जैन को 3 से 10 लाख जनसंख्या वाले शहरों की श्रेणी में ‘स्वच्छ लीग पुरस्कार’ प्राप्त होगा। वहीं, बीस हजार से कम आबादी वाले नगरों की श्रेणी में बुधनी नगर भी राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त करेगा। इसके अलावा, ग्वालियर, देवास, शाहगंज और जबलपुर जैसे शहरों को भी उनकी अलग-अलग श्रेणियों में उल्लेखनीय कार्य के लिए सम्मानित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री का आभार और बधाई संदेश

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सभी शहरों के नागरिकों, महापौरों, पार्षदों, नगर निगमों और स्वच्छता योद्धाओं को बधाई देते हुए कहा कि, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए स्वच्छ भारत मिशन को मध्यप्रदेश ने जमीन पर सफलतापूर्वक उतारा है। यह उपलब्धि केवल सरकारी प्रयास नहीं, बल्कि जनभागीदारी की सशक्त मिसाल है।”

इस बार देश के स्वच्छ शहरों की रैंकिंग प्रणाली में भी बड़ा बदलाव किया गया है। अब तक लगातार अव्वल रहे शहरों को ‘स्वच्छता लीग’ में शामिल किया गया है। नगरीय प्रशासन विभाग के आयुक्त संकेत भोंडवे ने जानकारी दी कि इस नई व्यवस्था में इंदौर को नंबर वन घोषित किया गया है। रैंकिंग अब शहरों की जनसंख्या श्रेणी के अनुसार घोषित की जाएगी, जिससे प्रतिस्पर्धा और पारदर्शिता बनी रहे।

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