महाकालेश्वर दर्शन और दिल्ली यात्रा होगी आसान, उज्जैन को मिली नई सुपरफास्ट ट्रेन: रेलवे बोर्ड से मिली मंजूरी, इंदौर-नई दिल्ली वाया उज्जैन, देवास, नागदा ट्रेन जल्द होगी शुरू

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
मध्य प्रदेश के यात्रियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी! जल्द ही इंदौर, उज्जैन, देवास, नागदा और कोटा होकर दिल्ली जाने वाली एक नई सुपरफास्ट मेल एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन शुरू होने जा रहा है। रेलवे बोर्ड द्वारा इस ट्रेन के संचालन को मंजूरी दे दी गई है, जिससे अब यात्रियों को नई दिल्ली की यात्रा के लिए अधिक सुविधा और विकल्प उपलब्ध होंगे।
उज्जैन सांसद अनिल फिरोजिया के विशेष प्रयासों के चलते इस ट्रेन को स्वीकृति मिली है। उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से आग्रह किया था कि उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर के दर्शन के लिए दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों से प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु आते हैं, लेकिन मौजूदा ट्रेनों में सीटों की भारी कमी बनी रहती है। यात्रियों की इस समस्या को देखते हुए रेल मंत्री ने इंदौर-नई दिल्ली वाया उज्जैन एक नई सुपरफास्ट ट्रेन की मांग को मंजूरी दी। रेलवे बोर्ड द्वारा इसके संचालन को लेकर आधिकारिक आदेश भी जारी कर दिए गए हैं।
यह नई ट्रेन क्रमांक 20156/20155 के रूप में डॉ. अंबेडकर नगर (महू) से नई दिल्ली के बीच चलेगी। इस ट्रेन का मार्ग इंदौर, देवास, उज्जैन, नागदा, कोटा होते हुए निर्धारित किया गया है, जिससे इन शहरों के यात्रियों को सीधा और तेज़ सफर करने का अवसर मिलेगा। यह ट्रेन प्रतिदिन नई दिल्ली के लिए रवाना होगी, जिससे यात्रियों को अत्यधिक सुविधा मिलेगी और वेटिंग लिस्ट की समस्या भी कम होगी।
इस नई ट्रेन की सौगात मिलने पर उज्जैन सांसद अनिल फिरोजिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस ट्रेन के शुरू होने से महाकाल भक्तों, व्यापारियों और दिल्ली जाने वाले यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। उन्होंने क्षेत्रवासियों को इस नई सुविधा के लिए शुभकामनाएं भी दीं।
नई ट्रेन से होंगे ये फायदे:
सीधी कनेक्टिविटी: इंदौर, उज्जैन, देवास, नागदा और कोटा के यात्रियों को बिना ट्रेनों में बदलाव किए सीधे नई दिल्ली पहुंचने की सुविधा मिलेगी।
तेज और सुगम यात्रा: सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन होने के कारण यात्रियों का सफर तेज़ और सुविधाजनक होगा।
भीड़भाड़ की समस्या से राहत: पहले से संचालित ट्रेनों में टिकटों की भारी मांग और वेटिंग लिस्ट की समस्या को इस नई ट्रेन के माध्यम से कम किया जा सकेगा।
महाकालेश्वर दर्शन के लिए सुविधा: दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों से आने वाले श्रद्धालु अब आसानी से उज्जैन पहुंच सकेंगे।
रेलवे बोर्ड द्वारा मंजूरी मिलने के बाद अब इस ट्रेन के संचालन की औपचारिक घोषणा और उद्घाटन की तिथि तय की जाएगी। स्थानीय यात्रियों और श्रद्धालुओं में इस नई रेल सेवा को लेकर जबरदस्त उत्साह है।