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महाकाल मंदिर के पास खुला सम्राट विक्रमादित्य हेरिटेज होटल, 17.90 करोड़ की लागत से बना प्रदेश का सबसे भव्य ठिकाना: महाकाल मंदिर प्रशासक का ऐलान – श्रद्धालुओं के लिए होटल तक ई-कार्ट सुविधा जल्द!
उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
उज्जैन के पवित्र श्री महाकालेश्वर मंदिर के समीप स्थित ऐतिहासिक महाराजवाड़ा अब एक भव्य हेरिटेज होटल के रूप में अपनी नई पहचान बना चुका है। मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा लगभग 17.90 करोड़ रुपये की लागत से विकसित यह होटल, न केवल महाकाल लोक की धार्मिक आभा को सहेजता है बल्कि आधुनिकता और परंपरा का बेहतरीन संगम भी प्रस्तुत करता है।
इस हेरिटेज होटल को “सम्राट विक्रमादित्य हेरिटेज होटल” नाम दिया गया है, जो अपनी राजसी भव्यता, अत्याधुनिक सुविधाएं और मराठा स्थापत्य शैली की वजह से विशेष आकर्षण का केंद्र बन रहा है। 5000 वर्गफुट क्षेत्र में फैली इस ऐतिहासिक इमारत को खासतौर पर पर्यटन और स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत पुनर्निर्मित किया गया है, जिसमें नक्काशीदार दरवाजे, हैंडक्राफ्टेड इंटीरियर्स, झूमर, महंगे पत्थर और उच्च गुणवत्ता वाला मार्बल उपयोग किया गया है।
होटल में कुल 17 शानदार कमरे हैं—जिसमें 9 सुइट रूम, 6 डीलक्स रूम और 2 सुपर डीलक्स रूम शामिल हैं। यहाँ रुकने का अनुभव किसी राजमहल जैसी शान देता है। कमरों का किराया 10,000 रुपये से शुरू होकर 29,500 रुपये तक है। होटल पूरी तरह से हाईटेक ऑटोमेशन टेक्नोलॉजी से लैस है, जिससे यहां का अनुभव पारंपरिक होते हुए भी अत्याधुनिक सुविधाओं से भरपूर रहता है।
हालांकि सावन माह में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और सुरक्षा कारणों से होटल के आसपास के मार्गों पर अस्थाई रूप से बेरिकेड्स लगाए गए हैं, जिससे पर्यटकों को होटल तक पहुंचने में असुविधा हो रही थी। इस चुनौती को ध्यान में रखते हुए महाकाल मंदिर प्रशासक प्रथम कौशिक ने भरोसा दिलाया है कि श्रद्धालुओं और मेहमानों की सुविधा के लिए पार्किंग स्थल से होटल तक ई-कार्ट सेवा जल्द शुरू की जाएगी। इसके अलावा, प्रशासन होटल के रूफटॉप शाकाहारी रेस्टोरेंट तक पहुंचने के लिए भी वैकल्पिक व्यवस्थाओं पर काम कर रहा है।
बता दें, इस होटल का शुभारंभ 30 मार्च 2025 को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने किया था। यह न केवल उज्जैन की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि स्थानीय पर्यटन, रोजगार और अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बनाने की दिशा में अग्रसर है।