महाकाल दर्शन को जा रही महिला से ट्रेन में शर्मनाक हरकत, यात्रियों और हिंदूवादी संगठन ने आरोपी को सिखाया सबक; पुलिस ने किया गिरफ्तार

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
रांची से उज्जैन महाकाल दर्शन के लिए आ रही महिला के साथ शिप्रा एक्सप्रेस (22912) के एसी कोच में एक शर्मनाक घटना घटी, जब ट्रेन के कोच अटेंडर ने टिकट कन्फर्म कराने के बहाने उसके साथ छेड़छाड़ कर दी। महिला की चीख-पुकार सुनते ही ट्रेन में मौजूद यात्रियों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने मौके पर ही अटेंडर की जबरदस्त पिटाई कर दी। मामला यहीं नहीं थमा—जैसे ही ट्रेन उज्जैन रेलवे स्टेशन पहुंची, वहां पहले से मौजूद बजरंग दल और अन्य हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने आरोपी को पकड़ लिया और फिर से उसकी धुनाई कर जीआरपी के हवाले कर दिया।
रात के अंधेरे में छेड़छाड़, महिला ने बहादुरी से किया विरोध
घटना तब हुई जब रांची निवासी महिला अपने पति और बच्ची के साथ उज्जैन जा रही थी। उसका थर्ड एसी का टिकट कन्फर्म नहीं था, जिसके चलते धनबाद स्टेशन से वह किसी अन्य सीट पर बैठ गई। इसी दौरान बेरसिया (भोपाल) निवासी कोच अटेंडेंट सादिक पठान महिला के पास आया और उसे झांसा दिया कि वह उसका टिकट कन्फर्म करा देगा। उसने महिला से कहा कि जब तक टिकट कन्फर्म नहीं होता, वह उसकी सीट पर बैठ सकती है।
महिला को इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि यह अटेंडेंट एक घिनौनी साजिश रच रहा है। रात होते ही महिला सो गई, लेकिन सुबह करीब 5 बजे जब उसकी नींद खुली, तो उसने देखा कि अटेंडर उसके साथ अश्लील हरकत कर रहा था। यह देख महिला घबरा गई, लेकिन उसने साहस दिखाते हुए तुरंत अटेंडर को धक्का दिया और शोर मचा दिया।
यात्रियों का फूटा गुस्सा, ट्रेन में ही आरोपी की धुनाई
महिला के चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के यात्री जाग गए। जब महिला ने आपबीती सुनाई तो यात्रियों में आक्रोश फैल गया। लोगों ने ट्रेन में ही अटेंडर सादिक पठान को दबोच लिया और उसकी जमकर पिटाई कर दी। इस दौरान महिला के पति ने भी आरोपी पर हाथ साफ किया।
घटना की सूचना पहले से ही उज्जैन में मौजूद बजरंग दल और हिंदूवादी संगठनों को मिल चुकी थी। जैसे ही ट्रेन उज्जैन रेलवे स्टेशन पहुंची, वहां मौजूद कार्यकर्ताओं ने आरोपी को ट्रेन से बाहर घसीटा और उसकी फिर से जबरदस्त पिटाई की।
घटना की गंभीरता को देखते हुए हिंदूवादी संगठनों ने जीआरपी से आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की, लेकिन घटना का क्षेत्र उत्तर प्रदेश में आता है, इसलिए जीआरपी उज्जैन ने “जीरो पर कायमी” कर मामला संबंधित राज्य को ट्रांसफर करने का फैसला किया।
इस दौरान आरोपी को चरक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पुलिस निगरानी में उसका इलाज चल रहा है।