महाकाल मंदिर में बढ़ते फर्जीवाड़े और अव्यवस्था पर कड़ा एक्शन – IPS अधिकारी के बाद अब 9 अफसरों की तैनाती: मंदिर की सुरक्षा और इंजीनियरिंग विंग पर रहेगा प्रशासन की सख्त नजर!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:

उज्जैन के महाकाल मंदिर में फर्जी प्रवेश, अवैध वसूली और सुरक्षा में लगातार चूक को देखते हुए प्रशासन ने सख्त कदम उठाया है। मंदिर में आग लगने, दीवार गिरने और फर्जी एंट्री मामलों में हुई एफआईआर के बाद राज्य सरकार ने पहले ही आईपीएस अधिकारी को मंदिर प्रशासक नियुक्त किया था। अब आईपीएस अधिकारी को प्रशासक बनाने के बाद  व्यवस्थाओं को और मजबूत करने के लिए दो डिप्टी कलेक्टर, दो नायब तहसीलदार और 5 अन्य अधिकारियों को मंदिर की व्यवस्था सुधारने के लिए नियुक्त किया गया है।

डिप्टी कलेक्टर सिम्मी यादव, एस.एन. सोनी, नायब तहसीलदार हिमांशु कारपेंटर, आशीष पालवड़िया, परियोजना अधिकारी अरुण शर्मा, एडीपीसी गिरीश तिवारी, एटीओ एल.एन. मकवाना, उपयंत्री एस.के. पांडे और देवेंद्र परमार को भी मंदिर प्रशासन की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

बता दें, लगातार सामने आ रही भस्म आरती में प्रवेश घोटाले और सुरक्षा चूक की घटनाओं के बाद प्रशासन का यह कड़ा फैसला मंदिर की व्यवस्था में सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। भक्तों की सुरक्षा और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए अब मंदिर में हर गतिविधि पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।

सोमवार को सभी अधिकारियों ने मंदिर का दौरा कर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। कलेक्टर नीरज सिंह ने स्पष्ट किया कि महाकाल लोक बनने के बाद भक्तों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है, जिससे मंदिर प्रशासन को और अधिक मजबूत बनाना जरूरी हो गया है। नए अधिकारियों को इंजीनियरिंग विंग, सुरक्षा व्यवस्था, प्रवेश प्रक्रिया और अन्य प्रशासनिक कार्यों की जिम्मेदारी दी गई है

Leave a Comment