- HMPV से घबराने की कोई जरूरत नहीं! Ujjain मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी का बड़ा बयान, बोले- अफवाहों से बचें...
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HMPV से घबराने की कोई जरूरत नहीं! Ujjain मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी का बड़ा बयान, बोले- अफवाहों से बचें…
उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
चीन में एचएमपीवी (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) के बढ़ते मामलों को लेकर देशभर में चिंताएं बढ़ रही हैं। हालांकि, उज्जैन के मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक पटेल ने नागरिकों को आश्वस्त किया है कि एचएमपीवी से घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह वायरस कोरोना से भी हल्का है और इसका इलाज सामान्य फ्लू की तरह किया जा सकता है।
डॉ. पटेल ने अपने बयान में कहा कि उज्जैन में अभी तक एचएमपीवी का कोई भी मामला सामने नहीं आया है। उन्होंने कहा, “यह वायरस कोरोना वायरस से कम खतरनाक है, और इसे आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है।” डॉ. पटेल ने नागरिकों से अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सरकार द्वारा जारी की गई सलाह का पालन करें।
स्वास्थ्य विभाग ने स्थिति पर लगातार नजर रखने की बात कही है और किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार होने की बात कही है। डॉ. पटेल ने बताया कि वायरस के लक्षण और इलाज को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है, और इस पर नियंत्रण संभव है।
बता दें, देश में एचएमपीवी के कुल 16 मामले सामने आए हैं, जिनमें गुजरात में सबसे ज्यादा 4 मामले हैं। इसके अलावा, महाराष्ट्र में 3, कर्नाटका और तमिलनाडु में 2-2, और उत्तर प्रदेश, राजस्थान, असम, और बंगाल में 1-1 केस सामने आया है। हालांकि, मध्यप्रदेश में अभी तक एचएमपीवी का एक भी मामला नहीं पाया गया है।
एचएमपीवी के प्रमुख लक्षणों में बुखार, खांसी, गले में खराश, नाक का बंद होना और गंभीर मामलों में सांस लेने में कठिनाई शामिल हैं। यह वायरस विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों, और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों को अधिक प्रभावित करता है। हालांकि, डॉ. पटेल ने कहा कि ज्यादातर मामलों में बीमारी अपने आप ठीक हो जाती है।
इस वायरस से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कुछ महत्वपूर्ण उपाय सुझाए हैं:
- मास्क पहनें और हाथ बार-बार धोएं।
- खांसते या छींकते वक्त मुंह ढकें।
- भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें और अगर लक्षण महसूस हों तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- केवल विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें, ताकि किसी भी तरह की अफवाहों से बचा जा सके।