महिला वार्ड में धमाके के साथ फैला धुआं

उज्जैन। सुबह करीब 10 बजे जिला चिकित्सालय के महिला वार्ड में दीवार पर 4 वर्षों से टंगा अग्निशामक यंत्र अचानक जमीन पर गिर गया। सिलेंडर गिरते ही धमाके की आवाज भी हुई और वार्ड में धुआं फैल गया। इससे वार्ड में कुछ समय के लिये अफरा तफरी मच गई और मरीजों को वार्ड से बाहर निकाला गया। हालांकि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ साथ ही कुछ समय में मामला शांत भी हो गया।
जिला चिकित्सालय के सभी वार्डों और आफिसों में आगजनी की दुर्घटना से बचाव के लिये अग्निशामक यंत्र लगाये गये हैं। यहां बी वार्ड में गेट की साईड में करीब 4 वर्षों से कील पर अग्निशामक यंत्र टंगा हुआ था। सुबह करीब 10 बजे डॉ. निगम राउण्ड के लिये वार्ड में पहुंचे। डॉ. निगम बेड नं. 6 पर भर्ती महिला मरीज को चेक कर रहे थे। उनके साथ आधा दर्जन नर्सें भी थीं तभी अचानक किसी वस्तु के गिरने के साथ धमाके की आवाज हुई और वार्ड में धुआं सा फैलने लगा।

यह देख महिला मरीज और उनके परिजन घबरा गये तथा देखते ही देखते वार्ड में अफरा तफरी का माहौल निर्मित हो गया। डॉ. निगम ने इसकी सूचना तुरंत सीएचएमओ राजू निदारिया को फोन पर दी तो डॉ. निदारिया ने उन्हें मरीजों को बाहर निकालने के निर्देश दिये। इस पर वार्ड का मेनगेट खोलकर मरीजों को वार्ड से बाहर निकाल दिया गया। फूटे हुए अग्निशामक यंत्र से निकले पावडर और धुएं के कारण लोगों में घबराहट फैल गई और भय के कारण लोग इधर उधर भागने लगे, लेकिन डॉ. निगम के वार्ड में मौजूद रहते सूझबूझ के कारण 15 से 20 मिनिट में मामला शांत हो गया और घटना में कोई हताहत भी नहीं हुआ।

फर्श पर फैला पावडर
वार्ड से मरीजों को बाहर निकालने के बाद एक्जास फैन, सीलिंग फैन चलाने के साथ ही सभी खिड़की दरवाजे खोल दिये गये। इसके साथ ही पास में स्थित आईसीयू के दरवाजे भी खोल दिये गये इससे वार्ड में फैला धुआं तेजी से बाहर निकल गया लेकिन सिलेण्डर फटने के बाद उसमें से निकला पावडर वार्ड के फर्श पर फैल गया। जिसे बाद में साफ किया गया।

रिफिल हुआ 2014 में
अग्निशामक यंत्र का निर्माण उस पर लिखी दिनांक के अनुसार 2007-08 में हुआ था। इसी सिलेंडर पर मई 2014 की दिनांक पेन से लिखी गई थी जो रिफिलिंग की दिनांक थी। सिलेंडर काफी पुराना होने के बाद जंग लगा था। यही कारण रहा एक ही स्थान पर कील पर टंगा सिलेंडर जमीन पर गिरते ही फट गया। अन्य वार्डों में भी आउट ऑफ डेट के सिलेंडर इसी प्रकार टंगे हैं।

मरीज व परिजन थे मौजूद
जिला चिकित्सालय के बी वार्ड में महिला मरीजों को भर्ती किया जाता है। यहां कुल 31 बेड हैं लेकिन यहां 45 महिला मरीज भर्ती थीं। इनके अलावा मरीजों के परिजन भी वार्ड में मौजूद थे। यहां भर्ती महिला मरीज नजमा पति मो. सलीम निवासी जूना सोमवारिया ने बताया डॉक्टर का राउंड चल रहा था इस कारण सभी मरीज बेड पर थे और अचानक धमाके के साथ धुआं-धुआं फैल गया।

अग्निशामक यंत्र कील पर टंगा था, दुर्घटनावश यंत्र जमीन पर गिरकर फट गया जिससे वार्ड में धुआं फैल गया। इससे तुरंत सीएचएमओ डॉ. राजू निदारिया को अवगत कराया गया और उन्हीं के निर्देश पर वार्ड में भर्ती मरीजों को बाहर निकालकर पंखे, एक्जास फैन चलाने के साथ खिड़की दरवाजे खोल दिये गये जिससे धुआं निकल गया। घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है।

Leave a Comment