उज्जैन:मंदिर प्रशासक का लेटर आज तक पुलिस को नहीं मिला

कलेक्टर ने बिना अनुमति नागचंद्रेश्वर के दर्शन करने वालों के खिलाफ एफआईआर के दिये थे निर्देश

उज्जैन। कोरोना संक्रमण की वजह से महाकालेश्वर मंदिर के वर्ष में एक बार आमजन के लिये खुलने वाले भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर में प्रवेश को प्रतिबंधित किया गया था बावजूद इसके कई लोगों ने मंदिर में पहुंचकर दर्शन किये और मोबाइलों से सेल्फी भी ली। जानकारी लगने पर कलेक्टर ने मंदिर प्रशासक से बिना अनुमति नागचंद्रेश्वर मंदिर में दर्शन करने वालों के खिलाफ एफआईआर के निर्देश मंदिर प्रशासक को दिये, लेकिन आज तक पुलिस के पास कोई पत्र नहीं पहुंचा है।

 

यह मामला :नेताओं और अधिकारियों ने बिना अनुमति प्रवेश किया था

नागपंचमी पर नागचंद्रेश्वर मंदिर में कलेक्टर द्वारा बिना अनुमति किसी को भी दर्शन के लिये प्रवेश नहीं दिये जाने के निर्देश जारी किये गये थे। इसके लिये अतिरिक्त पुलिस फोर्स को नागचंद्रेश्वर मंदिर के गेट पर तैनात किया गया। पुलिस ने आमजन को प्रवेश से रोका और सीधे बाहर का रास्ता भी दिखाया, लेकिन नेताओं और कुछ अधिकारियों ने बिना अनुमति के मंदिर में प्रवेश किया। भगवान के दर्शन करने के साथ मोबाइल से सेल्फी भी ली। सोशल मीडिया पर फोटो, वीडियो वायरल होने के बाद कलेक्टर ने मंदिर प्रशासक सोजान सिंह रावत को बिना अनुमति मंदिर में प्रवेश करने वालों के वीडियो की जांच कर उनके खिलाफ थाने में प्रकरण दर्ज कराने के निर्देश दिये। मंदिर प्रशासक ने सोमवार को चर्चा में कहा था कि इंदौर के भाजपा नेता गोलू शुक्ला और उनके साथी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने संबंधी आवेदन महाकाल थाने को सौंपा है, लेकिन महाकाल थाना प्रभारी ने इस आशय का पत्र मिलने से इंकार कर दिया था।

 

कोई पत्र नहीं मिला

मंदिर प्रशासक सोजान सिंह रावत द्वारा बिना अनुमति नागचंद्रेश्वर मंदिर में गोलू शुक्ला और साथी के दर्शन करने पर उनके खिलाफ एफआईआर संबंधी पत्र अब तक प्राप्त नहीं हुआ है। उन्होंने किसे पत्र दिया इसकी जानकारी नहीं है। यदि पत्र प्राप्त होगा तो उसकी विधिवत जांच के बाद संबंधित के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया जायेगा।

रूपेश द्विवेदी, एएसपी सिटी

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