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उज्जैन ने रचा इतिहास ,तोड़ा अयोध्या का RECORD
उज्जैन में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की उपस्थिति में एक साथ 11 लाख 71 हजार 78 दीपक हुए प्रज्जवलित, बना विश्व रिकार्ड
शिव ज्योति अर्पणम के तहत शिप्रा किनारे एक साथ प्रज्जवलित हुए दीपक
उज्जैन। शहर में मंगलवार को महाशिवरात्रि पर्व की शाम 7 बजे शिप्रा नदी के रामघाट सहित विभिन्न तटों पर एक साथ 11 लाख 71 हजार 78 दीप प्रज्जवलित किए गए। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने सपत्निक दीप प्रज्जवलित किया।
इस अवसर पर प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा,संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि,अधिकारीगण उपस्थित थे। श्री चौहान ने इस अवसर पर कहाकि बाबा महाकाल की नगरी में यह एक वल्र्ड रिकार्ड हो गया।
शाम 7 बजते ही इस पूरे क्षेत्र में बिजली बंद की गई,जिससे अंधेरा छया और गिनिज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड की टीम ने ड्रोन केमरे के माध्यम से इस दृश्य को कैद किया।ज्ञात रहे अयोध्या में 9.41 लाख दीपक एकसाथ रोशन हुए थे। उज्जैन में वल्र्ड रिकार्ड बनने के बाद यह पहले नम्बर पर आ जाएगा।
इस पूरे कार्य की तैयारी सोमवार को प्रारंभ की गई थी। घाटों पर आकृति का निर्माण करके उनमें दीपकों को सजाया गया था। मंगलवार शाम तय समय पर इनमें तेल और बाती के साथ कपूर रखा गया तथा शाम 7 बजते ही एक साथ प्रज्जवलित किए गए।
ड्रोन केमरे के माध्यम से 10 मिनिट का अंधेरा करके प्रज्जवलित दीपकों के वीडियो विभिन्न एंगल से बनाए गए। रात्रि 8 बजे से शहरवासी इस वल्र्ड रिकार्ड को देखने के लिए घाटों तक पहुंचे।
कलेक्टर आशीषसिंह ने बताया कि इस काम के लिए स्वयंसेवकों का स्व-पंजीयन किया गया था। करीब 13 हजार स्वयवं सेवक जिनमें महिला, पुरूष, युवक, युवतियां शामिल हैं,समाज के विभिन्न वर्गो से है,ने तय एप पर पंजीयन करवाया था।
उन्होने बताया कि मंगलवार को शाम 7 बजे उज्जैन शहर में मंदिरों सहित कुल 21 लाख दीपक जलाए गए। जिसमें मुख्य रूप से तटों पर 13 लाख दीपक और महाकाल मंदिर में 1 लाख 51 हजार दीपक शामिल है।
इसीप्रकार मंगलनाथ मंदिर में 11 हजार,काल भैरव मंदिर एवं घाटों पर 10 हजार,सिद्धवट मंदिर एवं घाटों पर 6 हजार,हरसिद्धि मंदिर पर 5 हजार,घण्टाघर चौक पर 1 हजार तथा अनुमानत: घरों में 2 लाख दीपक शामिल हैं।
ज्ञात रहे दीपक प्रज्जवलित करनेवाले स्वयंसेवकों का पंजीयन क्यूआर कोड आधारित एप द्वारा किया गया । इनको अपने पहचान पत्र दिए गए। इस समय में आम आदमी का प्रवेश निषेध रखा गया।