पहली बार शहर में बेरंग पंचमी:होली-पंचमी पर अतिरिक्त जलप्रदाय नहीं हुआ

होली और रंगपंचमी पर अतिरिक्त जलप्रदाय नहीं होने से 2 एमसीएफटी पानी बच गया। यह किसी भी आम दिन में पूरे शहर में सप्लाई से आधा है। यानी इस पानी से शहर के 50 हजार घरों की प्यास बुझाई जा सकती है। इसके अलावा शहर का रोज होने वाली जलप्रदाय व्यवस्था भी बेपटरी होने से बच गई।

पीएचई अफसरों के अनुसार आम दिनाें में शहर में रोज औसत 4 एमसीएफटी पानी सप्लाई किया जाता है। यह शहर के एक लाख उन घरों की जलापूर्ति करता है, जहां नल कनेक्शन हैं। होली, रंगपंचमी के दिन दोपहर में अतिरिक्त जलप्रदाय से प्रत्येक दिन 1-1 एमसीएफटी पानी ज्यादा देना पड़ता है। ऐसे में होली या रंगपंचमी के अगले दिन सुबह होने वाले जलप्रदाय पर असर पड़ता है।

जिन क्षेत्रों में अतिरिक्त जलप्रदाय किया जाता है, वहां की टंकियां पूरी क्षमता से नहीं भर पाती। जिससे संबंधित क्षेत्रों में होने वाला जलप्रदाय कम दबाव से या कम समय के लिए किया जाता है। यह क्रम तब तक सामान्य नहीं होता जब तक टंकियां पूरी क्षमता से नहीं भर पाती। इस बार होली के साथ रंगपंचमी पर भी दोपहर में अतिरिक्त जलप्रदाय नहीं किया। पीएचई के जलकार्य प्रभारी राजीव शुक्ला के अनुसार इससे 2 एमसीएफटी पानी बच गया।

गंभीर में 792 एमसीएफटी पानी शेष

शहर में जलप्रदाय के प्रमुख जलस्रोत गंभीर डेम में शुक्रवार को 792 एमसीएफटी पानी शेष था। इसमें से 100 एमसीएफटी पानी डेड स्टोरेज का माना जाता है यानी इस पानी का उपयोग जलप्रदाय के लिए नहीं किया जाता। ऐसे में पानी बचाना और जरूरी हो गया है। पिछले साल इस अवधि में गंभीर डेम में 1125 एमसीएफटी पानी था।
1 दिन छोड़कर पानी का प्रस्ताव पेंडिंग

शहर में पीने के पानी का संकट न हाे इसके लिए पीएचई अफसरों ने एक दिन छोड़कर जलप्रदाय करने का प्रस्ताव भेजा है लेकिन उस पर मुहर नहीं लग पाई है। इससे आने वाले दिनों में जलसंकट से रूबरू होना पड़ सकता है।

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