- महाकाल मंदिर में फिर आकार लेगा 1000 साल पुराना टेंपल: खुदाई में मिले थे परमारकालीन अवशेष, 37 फीट ऊंचा भव्य मंदिर बनेगा
- उज्जैन कलेक्टर ने जीवनखेड़ी को सिंहस्थ क्षेत्र अधिसूचित किया
- भस्म आरती दर्शन शुक्रवार: चंदन, भांग, चेरी और बिल्ब पत्र अर्पित कर भगवान गणेश के रूप में श्रृंगार
- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 22 सितंबर को उज्जैन आएंगे, भक्त निवास और अन्नक्षेत्र का लोकार्पण करेंगे
- भस्म आरती दर्शन: भांग, चंदन, सूखे मेवों से बाबा महाकाल का गणेश रूपी दिव्य श्रृंगार
प्रदेश की पहली कंट्रोल दुकान, जहां मिल रहा आटा के साथ डाटा

अब्दालपुरा स्थित संत परमहंस उपभोक्ता भंडार शासकीय उचित मूल्य की कंट्रोल दुकान से बुधवार से आटा (राशन) के अलावा अब इंटरनेट डाटा भी मिलने लगा है। पहले ही दिन इस दुकान से करीब 35 ग्राहकों ने इंटरनेट कनेक्शन लिया है। खास बात यह कि 5 से 10 रुपए तक जितने का नेट बैलेंस चाहिए, जरूरतमंद ले सकते हैं और स्पीड भी ज्यादा है।
दरअसल उक्त कंट्रोल दुकान पर वाई-फाई डाटा की सुविधा पीएम वाणी (वाई-फाई एक्सेस इंटरफेस) योजना के शुभारंभ से चालू हो पाई है। इस योजना से जुड़ने व लोगों को सेवा देने वाली जिले की एवं प्रदेश की यह पहली कंट्रोल दुकान है। योजना का शुभारंभ कलेक्टर आशीष सिंह व पीएम वाणी के डाटा एयर मेक्सटेक के निर्देशक घनश्यामसिंह राठौर ने किया।
योजना के तहत दुकान में मॉडम लगाकर उसे पीडीओ यानी पब्लिक डॉटा ऑफिस या यूं कहे कि इंटरनेट सेंटर बनाया है। इसकी रेंज आसपास के 300 मीटर एरिया की हैं। इस रेंज के जरूरतमंद पीएम वाणी को सर्च कर रजिस्ट्रेशन के बाद वाई-फाई व इंटरनेट सेवा का उपयोग करने लगे हैं।
तेज इंटरनेट
रवि गोयल ने बताया उसने 10 रुपए प्रतिदिन का इंटरनेट डाटा मोबाइल पर पीएम वाणी में रजिस्ट्रेशन कर प्राप्त किया है। इंटरनेट स्पीड भी अच्छी मिल रही है। पीएम वाणी के डाटा एयर मेक्सटेक के निर्देशक राठौर ने बताया कि दुकान को कनेक्ट करने के लिए जो मॉडम उपयोग किया है, वह मेड इन इंडिया का है। घनश्याम ने बताया वाई-फाई शुरू होते 35 उपभोक्ताओं ने रजिस्ट्रेशन करवा लिया है।
शहर व जिले में 200 कंट्रोल दुकानों को पीएम वाणी से जोड़ने का लक्ष्य
जिला आपूर्ति नियंत्रक एमएल मारू ने बताया कि पीएम वाणी से शहर व जिले की करीब 200 कंट्रोल दुकानों को जोड़ा जाएगा। इससे जहां उपभोक्ता को अतिरिक्त आय होगी, वहीं जरूरतमंदों को सस्ते में हाईस्पीड का इंटरनेट डाटा भी मिलने लगेगा। योजना का बड़ा उद्देश्य डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देना है। कंट्रोल दुकानों के साथ ही छात्रावासों को भी योजना से जोड़ेंगे, ताकि स्टूडेंट को फायदा मिल सके।