प्रबंध निदेशक तक पहुंचा मामला:निगम को मनमाने बिल जारी, व्यावसायिक मीटर को जलाकर खपत गायब कर दी

बिजली कंपनी खपत से ज्यादा रीडिंग के बिल उपभोक्ताओं को जारी कर रही है। बिल में जो रीडिंग दी गई है, उसमें और मीटर में आ रही रीडिंग में अंतर है। बिजली कंपनी के वल्लभ नगर जोन के अंतर्गत ही ऐसे तीन मामले पाए गए हैं, जिनमें बिल में गड़बड़ी पाई गई है। खास बात यह है कि बिजली कंपनी अपना घाटा कम करने के लिए नगर निगम के बिजली बिलों की रीडिंग बढ़ाकर दे रही है, इससे निगम को राजस्व की हानि हो रही है। साथ ही आर्थिक अनियमितता का भी संदेह है।

यह मामला बिजली कंपनी के प्रबंध निदेशक इंदौर तक भी पहुंचा है। इसमें आरोप लगाए गए हैं कि वल्लभनगर जोन पर पदस्थ अधिकारी 10 किलो वॉट क्षमता के व्यावसायिक कनेक्शन सर्विस नंबर एन-3274012122 है। यहां लगाए गए मीटर 3045014 जिसे जला हुआ बताकर सितंबर-2020 में बदला गया है। वह मीटर जिसे जलाकर मीटर पर दर्ज खपत को विलोपित किया गया है, इस प्रकरण में संबंधित अधिकारी ने बिजली कंपनी को आर्थिक हानि पहुंचाई है। इसके अलावा भी अन्य बदले गए टेम्पर्ड मीटर बिल का संशोधित किया जाना, जिससे खपत को अवरोधित किया जाकर उपभोक्ता को लाभ दिया जा रहा है।

यानी एक तरफ बिजली कंपनी मनमानी बिलिंग कर रही है तो दूसरी तरफ उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचाते हुए बिजली कंपनी को हानि पहुंचाई जा रही है। साथ ही अधिकारी द्वारा विद्युत अधिनियम-2003 व विद्युत प्रदाय संहिता 2004 संशोधित 2013 के अंतर्गत उपबंधों का अनुपालन इस प्रकरण में नहीं किया गया है। मीटर को जलाकर विद्युत खपत काे विलोपित करना दंडनीय अपराध होने से धारा-135 व 138 के तहत अधिकारी द्वारा कार्रवाई नहीं की गई है। मामले में सत्यनारायण शर्मा निवासी निजातपुरा ने शिकायत की है।

शिकायत की जांच करवाएंगे

इस तरह का प्रकरण अब तक सामने नहीं आया है। यदि कोई शिकायत हुई है तो उसमें पूरी जांच करवाई जाएगी। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

– राजीव पटेल, कार्यपालन यंत्री, बिजली कंपनी

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