- भस्मआरती में बाबा महाकाल का मावे से किया श्रृंगार, मखाने की माला पहनाई, खोली गई तीसरी आंख
- चंद्र और बिलपत्र लगाकर भस्म आरती में सजे बाबा महाकाल, जटाधारी स्वरूप में किया श्रृंगार
- भोपाल सांसद ने बैरसिया में स्टेशन बनाने की सदन में उठाई मांग, बोले- चुनाव से पहले किया था वादा
- बाबा महाकाल की सवारी की शोभा बढ़ाएगा 350 जवानों का पुलिस बैंड, 1000 कलाकार डमरू से देंगे प्रस्तुति
- राष्ट्रीय कालिदास चित्र और मूर्तिकला प्रतियोगिता-2021 के पुरस्कार घोषित, इन्हें दिया जाएगा
आरती समय सारणी
चैत्र से आश्विन तक | कार्तिक से फाल्गुन तक | |
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भस्मार्ती | प्रात: 4 बजे श्रावण मास में प्रात: 3 बजे | महाशिवरात्रि को प्रात: 4 बजे। |
दध्योदन | प्रात: 7 से 7-30 तक | प्रात: 7-30 से 8 तक |
महाभोग | प्रात: 10 से 10-30 तक | प्रात: 10-30 से 11-00 तक |
सांध्य | संध्या 5 से 5-30 तक | संध्या 5-30 से 6 तक |
पुन: सांध्य | संध्या 7 से 7-30 तक | संध्या 7-30 से 8 तक |
शयन | रात्रि 11 बजे | रात्रि 11 बजे |