- Ujjain: बैकुंठ चतुर्दशी आज, गोपाल मंदिर पर होगा अद्भुत हरि-हर मिलन; भगवान विष्णु को जगत का भार सौंपेंगे बाबा महाकाल
- भस्म आरती: रजत सर्प, चंद्र के साथ भांग और आभूषण से किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार, श्रद्धालुओं ने लिया भगवान का आशीर्वाद
- Tulsi Vivah: आखिर क्यों भगवान विष्णु को लेना पड़ा शालिग्राम स्वरूप? पढ़ें ये पौराणिक कथा
- भस्म आरती: भगवान गणेश स्वरूप में किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार, चारों ओर गूंजे जय श्री महाकाल के जयकारे
- अखिल भारतीय कालिदास समारोह 12 से 18 नवंबर तक, उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड़ ने किया समारोह शुभारंभ; कलाकारों को दिए कालिदास राष्ट्रीय अलंकरण सम्मान
रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए सजा महाकाल मंदिर
अयोध्या में 22 जनवरी को भगवान रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होगी। उज्जैन महाकाल मंदिर में भी यह दिन धूमधाम से मनेगा। मंदिर में पुष्प व विद्युत सज्जा होगी। एक लाख दीपों से महाकाल का आंगन जगमगाएगा। रंगारंग आतिशबाजी से आकाश रोशन होगा।
सुबह भस्म आरती में भगवान महाकाल की महापूजा होगी। इसके अंतर्गत भगवान का फलों के रस व सुगंधित द्रव्यों से महाअभिषेक होगा। भगवान को सोने-चांदी के आभूषण धारण कराकर दिव्य शृंगार किया जाएगा। भगवान महाकाल को श्रीराम का प्रिय महाभोग लगाया जाएगा। आरती के पश्चात भक्तों को महाप्रसादी का वितरण भी होगा। मंदिर में होने वाली सभी पांच आरतियों के दौरान भगवान को पांच-पांच क्विंटल पुष्पवर्षा होगी। नंदी व गणेश मंडपम् में श्रीराम संकीर्तन होगा। शिव-राम की स्तुति होगी। दोपहर 12ः30 बजे भगवान श्रीराम की महाआरती होगी। आरती के बाद भक्तों को महाप्रसादी का वितरण किया जाएगा। शाम सात बजे नवनिर्मित शिखर दर्शन परिसर तथा कोटितीर्थ कुंड के आसपास एक लाख दीप प्रज्वलित कर दीपावली मनाई जाएगी। कलाकार दीपों से जय श्रीराम की आकृति निर्मित करेंगे। रात आठ बजे मंदिर परिसर में भव्य रंगारंग आतिशबाजी की जाएगी।