- बाबा महाकाल की शरण में पहुंची प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की धर्मपत्नी जशोदा बेन, भोग आरती के बाद गर्भगृह की देहरी से पूजा-अर्चना की।
- भस्म आरती: रौद्र रूप में सजे बाबा महाकाल, धारण किया शेषनाग का रजत मुकुट, रजत मुण्डमाल और रुद्राक्ष की माला के साथ सुगन्धित फूलों की माला
- बाबा महाकाल की शरण में पहुंचे प्रतिभाशाली गेंदबाज आकाश मधवाल, गर्भगृह की देहरी से की बाबा महाकाल की पूजा-अर्चना
- भस्म आरती: मस्तक पर त्रिपुण्ड, भांग, चन्दन और चंद्र से राजा स्वरूप में सजे बाबा महाकाल, धारण की गुलाब के सुगंधित पुष्पों से बनी माला
- भस्म आरती में शामिल होकर क्रिकेट जगत के सितारों ने लिया बाबा महाकाल का आशीर्वाद, करीब दो घंटे तक नंदी हॉल में बैठकर की भगवान की आराधना
शिप्रा शुद्धीकरण का प्लान बताया, तब जाकर संत ने अन्न ग्रहण किया, पादुका पहनी
उज्जैन। शिप्रा शुद्धीकरण को लेकर बीते 14 माह से अनशन कर रहे महामंडलेश्वर महंत ज्ञानदासजी महाराज ने शुक्रवार को अन्न ग्रहण कर चरण पादुका स्वीकार ली है। संतश्री ने कहा कि सांसद अनिल फिरोजिया ने उन्हें पत्र लिखकर शिप्रा को शुद्ध व प्रवाहमान बनाने के लिए नमामि गंगे योजना में इस प्रोजेक्ट को शामिल कराने की जानकारी दी। विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा ने प्रदेश सरकार द्वारा बनाए गए शिप्रा शुद्धीकरण का प्लान बताया। मोक्षदायिनी शिप्रा को सदानीरा व प्रवाहमान बनाने की योजना को देखकर महंत ने अनशन समाप्त कर दिया है।
14 माह पहले अन्न त्याग दिया था
निर्मोही अखाड़े के महामंडलेश्वर महंत ज्ञानदासजी महाराज ने 14 माह पहले पांच नवंबर को शिप्रा शुद्धीकरणकी मांग उठाते हुए अन्न त्याग दिया था। साथ ही चरण पादुका भी छोड़ दी थी। शुक्रवार को महाराजश्री के संन्यास दीक्षा के 24 वर्ष पूर्ण होने पर सदावल रोड स्थित आश्रम पर दीक्षा दिवस मनाया गया। इस अवसर पर विधायक अनिल जैन, महापौर मुकेश टटवाल, पूर्व निगम सभापति सोनू गेहलोत आश्रम पहुंचे तथा महाराजश्री से अनशन समाप्त कर अन्न ग्रहण करने का अनुरोध किया।