सराफा और नई सड़क पर ऐसा सन्नाटा कभी नहीं रहा, शहर के सभी बाजार बंद रहे

यह सराफा है। सुबह के 9.40 बजे हैं। यहां नीरव सन्नाटा फला है। कोई राहगीर भी नहीं है। यही स्थिति नई सड़क पर और पटनीबाजार क्षेत्र में भी दिखाई दी। पुराने शहर के यह व्यापारिक क्षेत्र है। कैसा भी बंद हो, यहां के दुकानदारों का मन तब तक नहीं भरता, जब तक वे दुकान के आसपास न घूम आएं। व्यापारी विमल गर्ग कहते हैं कोरोना की चेन तोड़ने के लिए यह जरूरी है। यही स्थिति महाकाल भक्तों की है। टोटल लॉकडाउन के बावजूद सुबह कई लोग महाकाल मंदिर पहुंचे और शिखर दर्शन करते दिखे लेकिन बेगमबाग और तोपखाना क्षेत्र की सड़कें सूनी हैं। केवल मेडिकल स्टोर पर एक-दो लोग कुछ खरीदी करते दिख रहे। यह रहवासी क्षेत्र भी है, बावजूद आवाजाही नहीं है। रामघाट पर नजारा भिन्न है। कहीं जप के लिए लोग आए हैं तो कहीं तर्पण आदि के लिए भी। घाट तक पहुंचे पुरोहित यहां शतरंज खेलकर भी वक्त बिता रहे हैं। निगम का अमला जलकुंभी निकालने में जुटा है। ढाबारोड, कार्तिक चौक, गोपाल मंदिर, तेलीवाड़ा, कंठाल हर जगह पुलिस तैनात है। इक्का-दुक्का लोग निकल रहे हैं, उन्हें कोई रोक भी नहीं रहा। क्षीरसागर, चामुंडा चौराहा, इंदौरगेट, दौलतगंज, फव्वारा चौक में भी सन्नाटा ही है। देवासगेट से फ्रीगंज जाने वालों को ब्रिज के कोने पर रोका और वापस लौटाया। दिनभर सन्नाटे के बाद शाम को भी बाजारों की खामोशी नहीं टूटी।

 

देवास रोड : लोगों ने दिखाया स्व-अनुशासन, दूध नहीं पहुंचा 

देवास रोड से तीन बत्ती मार्ग पर सुबह 8 बजे दूर-दूर तक कोई गाड़ी नहीं नजर आ रही है। मुंगी तिराहे पर दो पुलिसकर्मी बेरिकेड्स के पास खड़े हैं लेकिन कोई वाहन ही नहीं गुजरने के कारण वे लगभग फुर्सत में ही हैं। 8 मिनट बाद देवास रोड की ओर से एक कार आई तो उसके आगे ही चिकित्सकीय सेवा ऑन ड्यूटी का पर्चा चिपका हुआ था। इसलिए कार को बिना रोके ही जाने दिया गया। रविवार को लोगों ने पुलिस की सख्ती नहीं होने के बावजूद स्व-अनुशासन दिखाते हुए लॉकडाउन का पालन किया। देवास रोड और सांवेर रोड से लगे ऋषिनगर, ऋषिनगर एक्सटेंशन, महानंदा नगर, महाश्वेता नगर, वेद नगर, आजाद नगर, संत नगर, शिवाजी पार्क, सहित अन्य कॉलोनियों में सन्नाटा रहा। ऋषिनगर के रिटायर्ड शिक्षाविद् पीएल शर्मा ने बताया दिनभर ना तो कोई सब्जी वाला आया और ना ही दूधवाला। दोपहर 3 से 4 बजे के बीच मुंगी तिराहा, तीन बत्ती चौराहा, सिंधी कॉलोनी चौराहा और टावर चौक पर पुलिसकर्मी फुर्सत में बैठे दिखे। टावर भी पूरी तरह सुनसान रहा।

 

नानाखेड़ा : निकले वाहन सवार, कॉलोनियों में रहा सन्नाटा

सुबह 8:15 बजे। स्थान- नानाखेड़ा। चौराहे पर खड़ी पुलिस। हर आने जाने वालों से पूछताछ। इन सबके बावजूद बाइक सवार लोगों की आवाजाही बनी रही। मुंगी तिराहा पर वाहन चालक युवक से पुलिसकर्मी ने पूछा कहां जा रहे हो? सर ड्यूटी पर जा रहा हूं। पुलिसकर्मी- कार्ड दिखाओ, सर वो तो घर पर रह गया। उसे वापस लौटा दिया। इंजीनियरिंग कॉलेज फोरलेन पर लोग मॉर्निंग वॉक करते दिखे। बसंत विहार में सन्नाटा, जबकि आनंद नगर में लोग बाहर निकलने लगे थे। महानंदा नगर में भी कम लोग नजर आए।

 

अंकपात : सुबह सख्ती, शाम ढलने पर घरों से निकले लोग

सुबह 8.15 बजे पीपलीनाका क्षेत्र में आवाजाही नहीं थी। राजीव गांधी चौराहा पर चाराें ओर से वाहन तो आ रहे थे लेकिन यह केवल पुलिस और निगम गैंग के थे। लोग घरों में ही थे। बुधवारिया क्षेत्र में सुबह 9.30 बजे चैरिटेबल अस्पताल के बाहर फलों के ठेले ढंके थे। कोयला फाटक पर मास्क न लगाने वालों और बगैर किसी काम से घरों से निकलने वालों से पूछताछ चल रही थी। दोपहर 3 बजे आगर रोड से मंगलनाथ जाने वाला मार्ग एकदम खाली था। शाम 5 बजे बाद कॉलोनियों में आवाजाही बढ़ने लगी।

 

चामुंडा चौराहा : निगम टीम ने लोगों से पूछा कर्फ्यू है, पता है न? लोगों के बहाने- अस्पताल गए थे

रविवार सुबह घर में रहकर लॉकडाउन का पालन करते हुए लोगों ने संडे मनाया। हालांकि कुछ लोग सड़कों पर दिखाई दिए। पुलिस ने रोका तो उन्होंने बहाने भी बनाए लेकिन ऐसे 25 लोगों से निगम ने जुर्माना वसूला। शनिवार देररात से चामुंडा चौराहा, देवासगेट बस स्टैंड चौराहा पर बैरिकेड्स लगाकर रास्ते बंद कर दिए थे। एडिशनल एसपी अमरेंद्रसिंह बताते हैं रोके जाने के दौरान लोगों ने बहाना बनाया- अस्पताल गए थे, डॉक्टर ने रविवार का टाइम दिया था। इंदौर रोड समेत शहर के नाकों पर पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे लेकिन वाहनों की आवाजाही कम रही। पुलिस भी यहां रोक-टोक नहीं कर रही थी। कोठी रोड पर मार्निंग वाॅक करने वालों की भीड़ रही।

Leave a Comment