अन्त्येष्टी सहायता परिवार को तत्काल मिले, कलेक्टर ने ग्रामीण विकास कार्यशाला में दिये निर्देश

गरीब परिवार में मृत्यु पर शासन की योजना के तहत अन्त्येष्टी सहायता तत्काल उपलब्ध कराई जाये, ताकि परिवार द्वारा बगैर परेशानी के अन्त्येष्टी कार्य सम्पन्न हो सके। यह निर्देश कलेक्टर संकेत भोंडवे ने जिले के ग्रामीण विकास विभाग के अमले की कार्यशाला में दिये। पॉलीटेक्निक सभाकक्ष में आयोजित इस समीक्षा बैठक-सह-कार्यशाला के द्वितीय सत्र में उज्जैन के अलावा बड़नगर तथा घट्टिया विकास खण्ड का ग्रामीण विकास विभाग का अमला मौजूद था। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ रूचिका चौहान तथा सहायक कलेक्टर रानी बंसल भी उपस्थित थीं।

कलेक्टर ने कहा कि किसी गरीब परिवार में मृत्यु होने पर उसको अन्त्येष्टी कार्य के लिये राशि के अभाव में परेशान नहीं होना पड़े, यह मानवीय संवेदनशीलता की दृष्टि से कतई उचित नहीं है, इसलिये पंचायत का सचिव या ग्राम रोजगार सहायक यह व्यवस्था ऐसी स्थिति में तत्काल करे। उसको यह राशि सुनिश्चित रूप से वापस मिलेगी। कार्यशाला में कलेक्टर ने मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास, मुख्यमंत्री आवास, पेंशन योजनाओं सहित अन्य योजनाओं की विकास खण्डवार समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।

कार्यशाला में कलेक्टर ने मनरेगा की समीक्षा में निर्देश दिये कि यदि किसी ग्राम पंचायत में इस योजना के तहत सालभर में सौ रोजगार दिवस सृजित नहीं हुए तो कार्यवाही की जायेगी। इस मामले में ग्राम रोजगार सहायक की सेवा समाप्त की जायेगी। जॉबकार्ड, जो अक्रिय हैं, उन्हें सक्रिय बनाया जाये। आधार सीडिंग 10 अक्टूबर के पूर्व शत-प्रतिशत कर दी जाये। आधार आधारित भुगतान के लिये यह अत्यावश्यक है।

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