आत्मनिर्भर विक्रम विवि प्रदेश का पहला विवि जिसके कोर्स प्रशासनिक भवन

विक्रम प्रदेश की पहली यूनिवर्सिटी बन जाएगा जिसकी 35 अध्ययनशालाओं में पढ़ाए जाने वाले कोर्स की जानकारी यूनिवर्सिटी के मुख्य प्रशासनिक भवन, गेट पर मिलेगी। इसे मोबाइल से कंट्रोल किया जा सकेगा। आत्मनिर्भर विक्रम यूनिवर्सिटी के तहत स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के (एसओईटी) के विद्यार्थियों ने वायरलेस डिजिटल डिस्प्ले बनाया है।

कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पांडेय और कुलसचिव प्रो. प्रशांत पुराणिक ने इसका परीक्षण की शुरुआत की। स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के निदेशक डॉ. गणपत अहिरवार ने बताया प्रोजेक्ट कार्य के तहत वायरलेस डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड एवं वायरलेस स्टेटिक डिस्प्ले बोर्ड बनाए हैं।

इसे एसओईटी के इलेक्ट्रिकल विभाग के अंतिम वर्ष के छात्र अंकित कुमार सिंह, सौरव बिसाई, पवन कुमार बैस, प्रवेश पटेल ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्राध्यापक रघुनंदन सिंह बघेल, नेहा सिंह, रितेश नागर और गरिमा सोलंकी के मार्गदर्शन में तैयार किया है। विद्यार्थियों ने इन यंत्रों को बनाने में स्वदेशी मटेरियल का उपयोग बतौर कच्चा माल किया है।

ऐसे काम करेगा डिस्प्ले, बाजार से कम खर्च में बनाया
डिस्प्ले बोर्ड में आर्डुइनो प्रोग्रामिंग और मोबाइल वायरलेस नेटवर्क का प्रयोग किया है। इस प्रोग्रामिंग के तहत चलित बोर्ड को दुनिया के किसी भी कोने से नियंत्रित किया जा सकता है। विद्यार्थियों ने इस प्रोजेक्ट के खर्च पर 40 प्रतिशत की कटौत्री की है। मार्केट में जो बोर्ड तीस से चालीस हजार में उपलब्ध है, वह विद्यार्थियों ने 20 से 22 हजार में बनाकर तैयार कर दिया है।

अध्ययनशालाओं में जाने की जरूरत नहीं
बाहर से आए विद्यार्थियों को मुख्य प्रशासनिक भवन के बाहर ही यूनिवर्सिटी की सभी 35 अध्ययनशालाओं के कोर्स की जानकारी इन डिस्प्ले बोर्ड के जरिए मिल जाएगी। वर्तमान में यूनिवर्सिटी में एक अलग पूछताछ केंद्र नहीं है। यूनिवर्सिटी का दायरा संभाग के 7 जिलों में है। ऐसे में बाहर से आने वाले विद्यार्थियों को मुख्य प्रशासनिक भवन के गेट पर ही सभी कोर्स की जानकारी मिल जाएगी।

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