इंतजार खत्म:मजदूरों के चेहरे खिले…बिनोद मिल के 100 लोगों को 2.23 करोड़ का भुगतान

यह राहतभरी व अच्छी खबर है। बिनोद मिल के 100 श्रमिकों को 2 करोड़ 23 लाख 41 हजार 715 रुपए भुगतान की सूची जारी हुई है। ये सूची परिसमापक अधिकारी व्योमेश कुमार सेठ द्वारा जारी की गई है। बताया जा रहा है कि जिनके नाम सूची में शामिल हैं उनके खातों में पैसे आने लगे हैं या एक-दो दिन में आ जाएंगे।

मिल मजदूर संघ अध्यक्ष ओमप्रकाश भदौरिया, कोषाध्यक्ष संतोष सुनहरे और हरिशंकर शर्मा ने एडवोकेट धीरज सिंह पंवार के साथ सोमवार को परिसमापक कार्यालय पहुंचकर सूची प्राप्त की। भदौरिया ने बताया कि सूची कोयला फाटक स्थित उज्जैन मिल मजदूर संघ यूनियन कार्यालय में चस्पा की जा रही है। जिन्होंने दस्तावेज जमा नहीं करवाए हैं, वे जल्द जमा करवाए ताकि उनके प्रकरणों को आगे की कार्रवाई के लिए भेजा जा सके।

सूची में सर्वाधिक 3.55 लाख और सबसे कम 33 हजार का भुगतान
जिन श्रमिकों के बकाया भुगतान की सूची जारी हुई है। उसमें सबसे ज्यादा 3 लाख 55 हजार 66 रुपए का भुगतान शैतान मल पिता मिश्रीलाल सरावगी को और सबसे कम 33360 रुपए का भुगतान करण पिता रामदास सिंह के नाम के आगे दर्शाया है। ज्यादातर को एक से ढ़ाई लाख रुपए तक भुगतान का उल्लेख सूची में है।

जांच में क्लेम सही पाए जाएंगे उनके नामों की सूची जारी होती जाएगी
बिनोद मिल के 4353 श्रमिकों को 89.1 करोड़ रुपए का भुगतान होना है। इस राशि के लिए मिल मजदूर यूनियन ने 31 वर्ष तक कानूनी लड़ाई लड़ी है। शासन-प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के पालन में श्रमिकों के उक्त बकाया राशि को मई 22 में हाई कोर्ट में जमा करवाया था। तभी से यूनियन द्वारा श्रमिकों व आश्रितों से क्लेम से जुड़े दस्तावेज लेकर प्रकरण भुगतान के लिए भेजे जा रहे थे।

बताया जाता है कि 2 हजार से अधिक श्रमिकों ने दस्तावेज जमा करवा दिए थे। जिन्हें एडवोकेट के जरिए परिसमापक तक पहुंचा दिया गया था। यहां जांच में जिनके दस्तावेज क्लियर पाए जा रहे हैं उनके नामों की सूची जारी होती जा रही हैं। सूची जारी होने का क्रम आगे भी जारी रहेगा।

श्रमिकों को भुगतान मिलना शुरू, सूची यूनियन कार्यालय पर चस्पा

बिनोद मिल श्रमिकों को भुगतान मिलना शुरू हो गया है। 100 श्रमिकों को 2.23 करोड़ से अधिक भुगतान की सूची जारी हुई है। सूची यूनियन के कार्यालय पर चस्पा की जा रही है। बाकी श्रमिकों की भी जल्द सूची जाती होती रहेगी।

ओमप्रकाश भदौरिया, अध्यक्ष, मिल मजदूर यूनियन

Leave a Comment