उज्जैन:अब सेंटमेरी पहुंचे अभिभावक, कलेक्टर से शिकायत

बच्चों के परिजनों में आक्रोश : परीक्षा रद्द करने और नो स्कूल नो फीस की मांग

ऑनलाइन पढ़ाई के बाद अब परीक्षा शुल्क की सूचना भेजी अभिभावकों को

उज्जैन:बगैर स्कूल खुले फीस मांगने का विरोध बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को क्रिस्ट ज्योति स्कूल के बाद अब सेंटमेरी स्कूल के बच्चों के अभिभावक विरोध में मैदान में आ गए। प्रायवेट स्कूल संचालक जून माह से बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई करा रहे हैं और परिजनों से फीस की मांग भी कर रहे हैं। देवास रोड स्थित सेंटमेरी स्कूल ने बच्चों की ऑनलाइन परीक्षा का टाइम टेबल भी तैयार कर पालकों को भेज दिया। इससे परिजन अक्रोशित हो गए। सुबह सैकड़ों परिजन सेंटमेरी स्कूल पहुंचे। प्रिंसीपल से बात की लेकिन समाधान नहीं हुआ। इसके बाद परिजन कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और कलेक्टर के नाम ज्ञापन भी सौंपा।
सेंटमेरी स्कूल प्रशासन द्वारा बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है। घर पर परिजनों को भी बच्चों के साथ घंटों साथ पढ़ाई कराना पड़ती है। इससे परिजन परेशान है। अब स्कूल प्रशासन द्वारा ऑनलाइन परीक्षा का कार्यक्रम तैयार कर परिजनों को भेज दिया है। तय कार्यक्रम के अनुसार घर बैठे ऑनलाइन परीक्षा देना होगी। वहीं दूसरी ओर स्कूल द्वारा बच्चों के परिजनों पर फीस जमा का दबाव बनाया जा रहा है जिसको लेकर परिजन आक्रोशित हो गये और सुबह बच्चों के माता पिता सेंटमेरी स्कूल पहुंचे। यहां उन्होंने स्कूल की प्रींसिपल सिस्टर रोशो को समस्या बताई। प्रींसिंपल ने शासन के नियमों और निर्देशों के अनुसार कार्य करने की बात कहकर रवाना कर दिया। स्कूल प्रशासन की ओर से उचित जवाब नहीं मिलने के कारण यह लोग कलेक्टर को शिकायत करने कोठी रोड़ स्थित उनके कार्यालय पहुंचे।

यह है परिजनों की समस्या
बच्चों के परिजनों का कहना है कि कोरोना काल के बदहाल आर्थिक हालात में सेंट मेरी स्कूल के शिक्षा सत्र 2020-21 को फीस फ्री वर्ष घोषित किया जाये तथा जुलाई में स्कूल द्वारा घोषित ऑनलाइन परीक्षा को स्थगित किया जाये। परिजनों ने कहा कि सरकार ने जनता को सहायता के लिये कई तरह के आर्थिक पैकेज जारी किये हैं। लॉकडाउन के बाद भी पालक पूर्व आमदनी को प्राप्त करने के लिये संघर्षरत हैं। प्रायवेट नौकरियों की सेलरी में हुई कटौती तथा कारोबार में हुए स्लोडाउन का नुकसान व्यक्ति ही समझ सकता है। इन सबके बावजूद जो स्कूल शुरू ही नहीं हुआ हो उसकी फीस भरने का तुगलकी आदेश अन्याय से कम नहीं।

ऑनलाइन पढ़ाई में यह खामी
प्रायवेट स्कूल संचालक यू ट्यूब के माध्यम से बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई करा रहे हैं, जबकि यू ट्यूब पर अनेक सामग्री ऐसी भी होती है जो बच्चों के लिये जानना जरूरी नहीं होती, लेकिन ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान कई बार बच्चे मोबाइल में ऐसे वीडियो भी खोलकर देखने लगते हैं। स्कूल संचालकों को यू ट्यूब के चिल्ड्रन यू ट्यूब पर वीडियो और सिलेबस का मटेरियल डालना चाहिये जो वर्तमान में नहीं हो रहा।

 

प्रिंसीपल ने कहा- शासन के नियमों का पालन करेंगे

सेंटमेरी स्कूल की प्रिंसीपल सिस्टर रोशो ने अक्षर विश्व से चर्चा में कहा कि फीस माफ करने, कम करने अथवा आने वाले समय में बच्चों को किस प्रकार से पढ़ाई कराना है इसका निर्णय शासन के नियमों के अनुसार होगा। अब तक शासन की ओर से किसी प्रकार के दिशानिर्देश हमें प्राप्त नहीं हुए हैं। बच्चों के परिजनों की समस्या को सुना है, लेकिन फीस और परीक्षा को लेकर अभी कुछ निर्णय नहीं हुआ है।

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