उज्जैन:36 घंटों बाद भी नहीं मिला आर्किटेक्ट

सोमवार देर रात त्रिवेणी पाले पर आर्किटेक्ट द्वारा नदी में कूदकर आत्महत्या कर लेने की शंका परिजनों द्वारा नानाखेड़ा पुलिस के सामने जाहिर की गई। इसके बाद मंगलवार सुबह होमगार्ड, तैराकों द्वारा नदी में दिनभर उसकी खोज की गई लेकिन सुराग नहीं मिला। बुधवार सुबह तक सर्चिंग जारी थी, लेकिन अब आस टूटती नजर आ रही है, मां बहन के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे।

 

मामला युवक के नदी में कूदने का, परिजनों की आस टूटी, मां-बहन के आंसू फूटे

उज्जैन:युवराज पिता विजय कुमार कौरव निवासी महाशक्ति नगर आर्किटेक्ट था और फ्रीगंज में उसका ऑफिस संचालित करता था। सोमवार देर रात ऑफिस के बाद वह त्रिवेणी पाले पर पहुंचा था। यहां रहने वाले रामचंद्र वाघेला ने युवराज को मोबाइल पर बात करते हुए पाले के पास घूमते भी देखा था। देर रात तक घर नहीं लौटने पर परिजनों ने उसकी तलाश की। मायके में मौजूद उसकी पत्नी ने सूचना दी कि युवराज त्रिवेणी पाले के आसपास हो सकता है।

परिजन पाले पर पहुंचे तो युवराज की बाइक, चप्पल, बैग जिसमें लेपटॉप, मोबाइल रखा था आदि सामान पड़ा मिला। उसके जीजा अरुण व अन्य परिजनों ने नानाखेड़ा थाने में गुमशुदगी दर्ज कराने के साथ पुलिस के सामने युवराज के नदी में कूदने की शंका जाहिर की। मंगलवार सुबह नदी में होमगार्ड जवानों और तैराकों ने तलाशी की लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।

बुधवार 11 बजे तक युवराज को लापता हुए 36 घंटों से अधिक बीत गये। सुबह 5 बजे से उसकी मां उषा देवी, बहन निधि व अन्य परिजन त्रिवेणी पाले पर आकर रेस्क्यू टीम के आने का इंतजार कर रहे थे। मां व बहन की आंखों में आंसू थे तो अन्य परिजनों का कहना था कि युवराज आत्महत्या जैसा कदम उठाये ऐसा कुछ नहीं था। उसका न तो परिवार में किसी से विवाद था और न ही कोई नशा करता था।

 

11 बजे चौराहे से पुन: लौटता दिखा
युवराज के परिजनों ने बताया कि त्रिवेणी चौराहे पर पुलिस कैमरे लगे हैं। सीसीटीवी फुटेज देखने पर इस बात की पुष्टि हुई कि युवराज त्रिवेणी पाले पर आया था, यहां से रात 11 बजे बाइक से लौटकर चौराहे तक आया और वापस बाइक घुमाकर पाले की तरफ मुड़ा था। कैमरे में इसी वक्त एक मैजिक वाहन जाता दिखाई दे रहा है।

 

तैराकों को लगी चोंट
त्रिवेणी पाले के ऊपर तैराक दारा केवट, रवि केवट, अशोक, गौतम, सोनू, अजय रायकवार, करण केवट, रवि कल्याणे, अजय आदि रहते हैं, इनका कहना है कि पाले के ऊपर से तेज बहाव में पानी बह रहा है। जिस स्थान से युवराज के नदी में कूदने की संभावना जताई गई है वहां से गोता लगाने पर ठहराव नहीं होने के कारण परेशानी आ रही है। दो तैराक गोता लगाने के दौरान घायल हुए हैं।

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