उमा सांझी महोत्सव : महाकाल संग बैल पर विराजीं माता पार्वती, रंगोली में उभरा शीश महल

उज्जैन |  महाकाल मंदिर में चल रहे उमा-सांझी महोत्सव के तहत शुक्रवार को बाबा महाकाल माता पार्वती के संग बैल की सवारी करते नजर आए। वहीं प्राचीन पत्थर पर खूबसूरत रंगोली में शीश महल की कृति बनाई गई। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में मालवी लोकगीत व नृत्य पर मधुर प्रस्तुति दी गई, जिस पर भक्त झूमने पर मजबूर हो गए।

 

सांस्कृतिक प्रस्तुति

उमा-सांझी महोत्सव के अंतर्गत सांस्कृतिक प्रस्तुति हुई। प्रथम प्रस्तुति डॉ राजुल सिंघी के मालवी लोकगीत की हुई। द्वितीय प्रस्तुति में आयुर्धा शर्मा व समूह द्वारा लोक नृत्य की दी गई। समाहार रंग उत्सव संस्था के मालवा शैली व गीतों पर आधारित नाटक औडका का मंचन हुआ। परिकल्पना व निर्देशन राजेन्द्र चावड़ा का रहा। संगीत संयोजन निलेश मनोहर, वादन अंशुल भटनागर व गायन मनीषा व्यास समूह का रहा। कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्जवलन से हुआ। इस अवसर पर उपप्रशासक आशुतोष गोस्वामी, विजय शंकर पुजारी, दीपक मित्तल, सीपी जोशी, आरके तिवारी आदि उपस्थित थे। संचालन अंजलि परमार ने किया। उज्जैन के ढोल वादक राकेश मकवाना की 15 सदस्यों की मंडली द्वारा मालवी लोक शैली में ढोल वादन किया गया। वहीं मंदिर परिसर में श्लोक पाठ प्रतियोगिता का आयोजन दोपहर 1 बजे नृसिंह मंदिर बरामदे में किया गया।

 

आज होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम

28 सितंबर को सभा मंडप में सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, जिसमें प्रतिष्ठा पाराशर द्वारा एकल लोक नृत्य, लोक गुंजन संस्था का गायन, विजय गोथरवाल द्वारा त्रिविध स्वर लय ताल अंर्तभाव की त्रिवेणी व रेणुका देशपांडे का एकल लोक नृत्य व ठुमरी की प्रस्तुति होगी। रात 11 बजे से वीर हनुमान भक्त मंडल के पं. जसवंत शर्मा द्वारा सुंदरकांड व रात्रि जागरण होगा।

 

महाकाल मंदिर के मुख्य द्वार पर मिलेगी हर जानकारी

राजाधिराज भगवान महाकाल के दरबार पहुंचने पर श्रद्धालुओं को मंदिर के मुख्य द्वार पर ही समस्त जानकारी मिल जाएगी। इसके लिए नया काउंटर लगाया गया है, साथ ही उस पर आलीशान शेड भी बनाया है, ताकि दर्शनार्थी तेज धूप व बारिश से बच सकें। महाकाल मंदिर आने के बाद अक्सर लोगों को रास्ते व अन्य जानकारी के लिए यहां-वहां भटकना पड़ता है। इस असुविधा से बचने के लिए मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक एसएस रावत ने महाकाल मंदिर के डी गेट पर पुलिस चौकी के पास श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए काउंटर लगाया है। इस काउंटर से हर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। प्रशासक रावत के अनुसार इस काउंटर पर मंदिर से जुड़ी हर जानकारी उपलब्ध रहेगी, साथ ही मंदिर में होने वाली आरतीयों व अनुष्ठान के साथ-साथ लड्डू प्रसाद, भेंट, अन्नक्षेत्र, दान व वर्ष में होने वाले विभिन्न आयोजन की जानकारी भी उपलब्ध रहेगी।

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