- सख्त कार्रवाई से चर्चा में आई बुरहानपुर कलेक्टर भव्या मित्तल, रिश्वत लेने वाले क्लर्क को बनाया चपरासी; पूरे देश में छाई चर्चा
- तेज रफ्तार बस ने दो युवकों को रौंदा, मौके पर हुई मौत; जबलपुर में मेला घूमकर लौटते वक्त हुई दुखद घटना
- धार्मिक शहरों में शराबबंदी! BJP की फायरब्रांड नेता उमा भारती ने CM यादव के फैसले का किया स्वागत, कहा - अभूतपूर्व निर्णय पर मोहन यादव जी का अभिनंदन।
- Simhastha 2028 की तैयारी: उज्जैन में कालभैरव मंदिर के पास बनने वाली नई मल्टी लेवल पार्किंग, श्रद्धालुओं को मिलेगा आराम ...
- भस्म आरती: श्री महाकालेश्वर भगवान का भांग, चंदन और सिंदूर से किया गया दिव्य श्रृंगार!
कथक के रंगों ने भी दर्शकों का मन मोह लिया
अखिल भारतीय कालिदास समारोह की पांचवी सन्ध्या सितार और कथक के नाम रही। उज्जैन की प्रतिभा रघुवंशी एवं दल द्वारा नदियों पर आधारित नृत्य नाटिका शिप्रा प्रवाह की प्रस्तुति दी गई। नई दिल्ली से आये सितार वादक शुभेन्द्र राव ने अपने सितार वादन से संगीत की मधुर स्वर लहरियां बिखेरी। वहीं जयपुर की कथक नृत्यांगना शशि सांखला एवं साथियों ने अपने कथक नृत्य की प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया।
यह प्रस्तुति राजस्थान की पारम्परिक बंदिश पर आधारित थी। उनकी शिष्या रीमा गोयल ने सांगीतिक नृत्य रचना की प्रस्तुति कार्यक्रम में दी। इस दौरान तबले पर उस्ताद जफर तथा उस्ताद मुजफ्फर रहमान ने संगत की। सितार पर हरिहरशरण भट्ट ने साथ दिया। गायन रमेश मेवाल द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन अशोक वक्त ने किया।