कबाड़ में किताबें बेचने पर कलेक्टर ने की कार्रवाई:महिदपुर बीआरसी और बीएसी निलंबित, डीईओ शर्मा, संविदा लेखापाल को भी शोकाज

शासकीय स्कूलों में वितरित की जाने वाली किताबों को कबाड़ में बेचने के मामले में शुक्रवार को कलेक्टर आशीष सिंह ने कार्रवाई करते हुए महिदपुर बीआरसी रमेशचंद्र देवड़ा और बीएसी विक्रमसिंह सिसौदिया को निलंबित कर दिया। इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी आनंद शर्मा को भी कारण बताओ सूचना पत्र जारी करते हुए जवाब तलब किया है। साथ ही महिदपुर बीआरसी कार्यालय में संविदा पर कार्यरत लेखापाल कल्पना लकड़ा को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

शहर के चंद का कुआं क्षेत्र में सोमवार को शासकीय स्कूलों में वितरित की जाने वाली किताबों की रद्दी और कवर सड़क पर सुखाने के लिए डाले गए थे, तब जनप्रतिनिधियों को इसकी जानकारी लगी तो मौके पर जाकर पंचनामा बनाया गया। जिला शिक्षा विभाग की टीम ने मौके से 11 बोरे किताबों के साथ कई शासकीय दस्तावेज भी जब्त किए थे।

प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई कि कबाड़ी शाकिर खान को महिदपुर बीआरसी देवड़ा ने 6 हजार रुपए में यह किताबें बेची थी। कबाड़ में बेची गई किताबों में शिक्षा सत्र 2022-23 की किताबें भी मिली थी, जो शासकीय स्कूलों में पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों को नि:शुल्क वितरित की जाना थी।

कलेक्टर ने जनपद शिक्षा केंद्र महिदपुर के बीएसी सिसौदिया और बीआरसी देवड़ा को शासकीय शैक्षणिक किताबें रद्दी में बेचे जाने के मामले में गंभीर लापरवाही के चलते मप्र सिविल सेवा नियम-1966 के नियम 9(1) क के अंतर्गत निहित शक्तियों का प्रयोग करते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।

निलंबन अवधि में देवड़ा और सिसौदिया का मुख्यालय कार्यालय विकासखंड स्त्रोत समन्वयक जनपद शिक्षा केंद्र तराना होगा। बीएसी सिसौदिया पुस्तक वितरण प्रभारी एवं भंडार प्रभारी भी थे, इसलिए उन पर भी निलंबन की कार्रवाई की गई। इधर, कलेक्टर ने सर्वशिक्षा अभियान के जिला परियोजना समन्वयक (डीपीसी) आनंद शर्मा को भी कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया है।

लापरवाहीपूर्वक कृत्य होने से डीईओ शर्मा को किया गया पत्र जारी
कलेक्टर ने शर्मा को अधीनस्थों पर कोई नियंत्रण नहीं होने और पर्यवेक्षण के अभाव के कारण लापरवाहीपूर्वक कृत्य होने पर उन्हें कारण बताओ सूचना-पत्र जारी किया है। शर्मा के पास डीईओ के अलावा डीपीसी का भी प्रभार है। शर्मा को अगले तीन दिनों में कलेक्टर के समक्ष उपस्थित होकर अपना पक्ष प्रस्तुत करना होगा।

बीआरसी कार्यालय की लेखापाल (संविदा) कल्पना लकड़ा को भी इस मामले में लापरवाही परिलक्षित होने पर कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया है। लकड़ा को भी अपना स्पष्टीकरण अगले तीन दिनों में कलेक्टर के समक्ष उपस्थित होकर प्रस्तुत करना होगा। इस मामले में डीईओ एवं डीपीसी शर्मा का कहना है कि शोकाज का जवाब जल्द प्रस्तुत किया जाएगा।

विभागीय रिपोर्ट से पहले ही जिला प्रशासन ने की कार्रवाई
मामले में जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया था। इसके अलावा डीईओ-डीपीसी और जिला पंचायत सीईओ का भी एक जांच दल महिदपुर पहुंचा था। दल को कार्यालय में कई अवितरित किताबों के बंडल भी मिले थे। इन किताबों को शिक्षा सत्र शुरू होते ही विद्यार्थियों को वितरित किया जाना था।

शुक्रवार को जांच की रिपोर्ट लेकर विभागीय अधिकारी कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे लेकिन इसके पहले ही जिला प्रशासन ने गंभीर लापरवाही मानते हुए यह कार्रवाई कर दी। महिदपुर में पदस्थ देवड़ा मूलत: शासकीय माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक हैं और उनके पास पिछले करीब साढ़े तीन वर्ष से बीआरसी का प्रभार था। लगभग आठ महीने बाद उनकी सेवानिवृत्ति होने वाली है।

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