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काठमांडू में मप्र की बेटी बंबोरिया ने दिखाया जलवा, सीएम ने ट्वीटर पर दी बधाई
रशिया में सीनियर बॉक्सिंग के वल्र्ड कप में पहली बार मप्र ने भी अपना जलवा दिखाया। प्रदेश को यह गौरव उज्जैन जिले की बॉक्सिंग खिलाड़ी मंजू बंबोरिया ने दिलाया है।
उज्जैन. 13वें दक्षिण एशियाई गेम्स 2019 में मध्यप्रदेश के खाचरौद की प्रतिभाशाली बेटी मंजू बंबोरिया ने बॉक्सिंग के 64 किलोग्राम वर्ग के फाइनल मुकाबले में गोल्ड मेडल जीतकर प्रदेश और देश का नाम रोशन किया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर उन्हें बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभ संदेश दिया है।
फाइनल में नेपाल को हराया
खाचरौद जैसे छोटे से कस्बे की बेटी ने इतिहास रच दिया है। उसने काठमांडू में हुए 13वें साउथ एशियन गेम्स 2019 के बॉक्सिंग इवेंट में नेपाल की पूनम रावल को हराकर स्वर्ण जीता है। हम बात कर रहे खाचरौद निवासी मंजू बंबोरिया की। यही नहीं मंजू प्रदेश की पहली ऐसी महिला खिलाड़ी बन गई, जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बॉक्सिंग में स्वर्ण जीता है। इसके पूर्व मंजू ने सेमीफाइनल में पाकिस्तान की परवीन को पटकनी दी थी। नेपाल में हुई स्पर्धा में भारत के 5 खिलाड़ी शामिल हुए थे।
कौन है मंजू
नेपाल में स्वर्ण जीतने वाली मंजू के पिता शांतिलाल बंबोरिया किसान हैं। 2017 मंजू के घुटने में चोट के चलते वह दो साल तक बॉक्सिंग रिंग से दूर रही। 2018 में ऑपरेशन करवाने के बाद 2019 में वह फिर रिंग में उतरी। इस दौरान मंजू ने नेशनल चैंपियनशिप में कांस्य जीता। मंजू 8 साल की उम्र में ही शौक पूरा करने के लिए तकिए की खोल में बालू रेत भरकर अभ्यास करती थीं। मंजू ने उज्जैन विक्रम विश्वविद्यालय की बॉक्सिंग एकेडमी में भी अभ्यास किया है।
पहली बार मप्र ने भी अपना जलवा दिखाया
सीनियर बॉक्सिंग के वल्र्ड कप में पहली बार मप्र ने भी अपना जलवा दिखाया। प्रदेश को यह गौरव उज्जैन जिले की बॉक्सिंग खिलाड़ी मंजू बंबोरिया ने दिलाया है। मंजू ने वल्र्ड कप चयन के लिए दिल्ली में आयोजित ट्रायल में असम की अंकुशिता बोरो को हराकर चैंपियनशिप के लिए अपनी जगह बनाई थी। इसके साथ ही वह सीनियर बॉक्सिंग वल्र्ड कप खेलने वाली प्रदेश की पहली बॉक्सर बन गई हैं।
अक्टूबर में हुई थी वल्र्ड चैम्पियनशिप
3 से 13 अक्टूबर तक रशिया में वल्र्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप आयोजित हुई थी। दिल्ली में बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) द्वारा वल्र्ड कप के लिए भारतीय टीम के चयन करने ट्रायल लिया जा रहा था। उज्जैन जिला बॉक्सिंग एसोसिएशन सचिव यशवंत अग्निहोत्री के अनुसार 64 किलोग्राम वजन में खेलते हुए मंजू ने असम की अंकुशिता को फाइनल मैच में शिकस्त दी। इसके साथ ही वल्र्ड कप के लिए मंजू का भारतीय टीम में चयन हो गया था।
उज्जैन सहित प्रदेश को किया गौरवान्वित
उज्जैन सहित पूरे प्रदेश को गौरवान्वित करने पर मप्र बॉक्सिंग फेडरेशन अध्यक्ष संजय सेठ, सचिव दिग्विजयसिंह, पूर्व सचिव वीरेंद्रसिंह ठाकुर, मप्र स्टेट एकेडमी के चीफ कोच रोशनलाल, भारती ठाकुर, जिला खेल अधिकारी रुबिका देवान, निश्चल यादव, पूर्व विधायक बटुकशंकर जोशी, उज्जैन जिला बॉक्सिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष चेतन यादव आदि ने प्रसन्नता जताई है।
मूलरूप से खाचरौद की रहने वाली है मंजू
मंजू मूलरूप से उज्जैन की तहसील खाचरौद की रहने वाली है, वह कृषक परिवार से है। कुछ वर्षों से मंजू द इंडिया कैम्प दिल्ली और बैंगलूरू में प्रशिक्षण प्राप्त किया है। करीब चार वर्ष पूर्व जूनियर वल्र्ड चैंपियनशिप में भी मंजू का भारतीय टीम में चयन हो चुका है। इसके अलावा बीएफआई द्वारा आयोजित सेकंड महिला इंडिया ओपन इंटरनेशनल टूर्नामेंंट में कांस्य पदक जीता था। थर्ड एलआईट महिला नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2018 में मप्र की ओर से खेलते हुए कांस्य पदक जीता। वर्ष 2018 में ही जिले की ओर से खेलते हुए मप्र राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं।