कोरोना से प्रतिबंध हटने का असर:महाकाल मंदिर कल से रात 10.30 बजे तक खुला रहेगा

कोरोना के कारण चल आ रहा प्रतिबंध खत्म होने के बाद अब महाकाल मंदिर का समय भी बढ़ा दिया गया है। मंदिर में अब रात 10.30 बजे तक श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे। यह व्यवस्था 20 नवंबर शनिवार से लागू कर दी जाएगी।

महाकाल मंदिर में अब पूर्व की तरह सुबह 6 बजे से रात 10.30 बजे तक दर्शन हो सकेंगे। रात 10.30 बजे शयन आरती होने के बाद मंदिर के पट बंद कर दिए जाएंगे। इस संबंध में मंदिर समिति के अध्‍यक्ष एवं कलेक्‍टर आशीष सिंह ने निर्देश जारी कर दिए हैं। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 संबंधी सभी प्रतिबंध समाप्‍त किए जाने की घोषणा के बाद श्री महाकालेश्‍वर मंदिर में भी दर्शन का समय पूर्वानुसार कर दी है। हालांकि दर्शनार्थी को कोविड-19 के दोनों डोज के टीके अनिवार्य रूप से लगाने के बाद ही मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा।

महाकाल मंदिर समिति के प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि श्री महाकालेश्‍वर मंदिर के चिकित्‍सा विभाग में मंदिर में दर्शन हेतु आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा व कोविड नियमों का पालन कराते हुए शंख द्वार के पास फेसिलिटी सेन्‍टर में वैक्सिनेशन की व्‍यवस्‍था की गई है। दर्शन के पूर्व श्रद्धालुओं का वैक्सिनेशन सर्टिफिकेट चैक किया जाएगा। जिसमें श्रद्धालु को पहला या दूसरा डोज नहीं लगा होने पर मंदिर परिसर में ही वैक्सीन लगाया जाएगा।

भस्मार्ती में भी बढ़ी संख्या –

सुबह 4 बजे होने वाली भस्म आरती में सामान्य दर्शनार्थी काउन्ट‍र पर अब 150 की जगह 250 लोग टिकट लेकर दर्शन कर सकेंगे। साथ ही ऑनलाइन मंदिर की वेबसाइट के माध्यम से होने वाली बुकिंग की सीटें 350 से बढाकर 500 की गई है। जबकि 750 श्रद्धालुओं को प्रोटोकॉल के माध्यम से दर्शन की व्यवस्था रहेगी। भस्म आरती में नंदीमंडपम व गर्भगृह में श्रद्धालुओं का प्रवेश वर्जित रहेगा व जल चढ़ाने पर भी प्रतिबंध रहेगा।

कई लोग गुरुवार की रात पहुंचे पर निराशा हाथ लगी

कई श्रद्धालु गुरुवार की रात शयन आरती में भगवान महाकाल के दर्शन करने पहुंचे पर प्रवेश द्वार बंद कर दिए गए थे। इस वजह से श्रद्धालुओं को निराशा हाथ लगी। मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से कहा था कि अभी तक हमारे पास कोई आदेश नहीं आया है। इसलिए रात 9 बजे ही मुख्य द्वार बंद कर श्रद्धालुओं का प्रवेश रोक दिया था।

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