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कोरोना से बचाने के लिए महिलाओं के चेहरों को ढंकेगी भैरव प्रिंट, नए तरीके के मास्क बनाए
उज्जैन. शहर की अंतरराष्ट्रीय ब्रांड भैरवगढ़ प्रिंट अब देशभर में महिलाओं के चेहरों को कोरोना से भी बचाएगी। कपड़ा छपाई और रंगाई करने वाले उद्यमी अब इसके साथ कपड़ों के नए तरीकों के मास्क तैयार कर रहे हैं। यह मास्क कुछ इस तरह के हैं कि वे महिलाओं के चेहरे, बाल और हाथों तक को ढंक सकते हैं। बाजार खुलते ही इन कारखानेदारों के पास मास्क और मास्क बनाने के लिए कपड़ों की डिमांड आना शुरू हो गई है। जल्दी ही यह मास्क विदेशों तक भी पहुंचने की संभावना है। कोरोना लॉकडाउन में बंद हुए घरेलू कारखानों में अनलॉक-1 के बाद अब फिर से रौनक लौटने लगी है। कुछ कारखाने चालू हो गए हैं और कुछ उद्यमी अभी वक्त की रफ्तार देख रहे हैं।
अनलॉक-1 लागू होने के बाद कुछ लोगों ने हिम्मत कर अपनी ताकत फिर बटोरी और काम से लगने की कोशिश की है। नतीजा धीरे-धीरे यहां कपड़ों के रंग और डिजाइनों ने पंख पसारने शुरू कर दिए हैं। इधर भैरवगढ़ के शिल्पियों की मदद के लिए हस्तशिल्प विकास निगम भी आगे आया है। निगम के सतीश शुक्ला के अनुसार राज्य सरकार ने बुनकरों की मजदूरी में २५ फीसदी बढ़ोतरी कर दी है। शिल्पियों के लिए भी नई योजना आने की संभावना है। कपड़ों कुछ आर्डर पूरे भी हुए हैं। मास्क के लिए कपड़ों की डिमांड आ रही है।
जिंदगी को रफ्तार देने के लिए ने तरीके अपनाए
कारखाना चलाने वाले आसिफ बड़वाला कहते हैं- जिंदगी को रफ्तार तो देना होगी। इसलिए जो तैयार कपड़ा पड़ा था, उससे मास्क बनाने की शुरुआत की। बस्ती में अन्य लोग भी इसमें लग गए। इससे प्रतियोगिता बढ़ गई। हमने मास्क को कुछ नए तरीके से प्रस्तुत करने की कोशिश की है। सैंपल तैयार कर देशभर में ग्राहकों तक भेजे। हाल ही में कुछ आर्डर मिले हैं। इससे उम्मीद जागी और नई दिशा मिली अब किस तरफ जाना है। कोरोना ने बहुत कुछ बदल दिया है, इस बदलाव को हमें महसूस करना होगा, तभी मार्केट में अपनी नई जगह बना पाएंगे।