घर वाले समझे मोबाइल में गेम खेल रहा है, मामा देखने गए तो फांसी पर लटका मिला

मोबाइल स्टेटस पर लिखा- मेरी मौत के बाद किसी को परेशान न करें

उज्जैन। हामूखेड़ी में रहने वाले फायनल ईयर के छात्र ने अज्ञात कारणों के चलते दूसरी मंजिल पर स्थित कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसके परिजनों को लगा कि वह कमरे में मोबाइल पर गेम खेल रहा है। मामा ने पूछताछ की और कमरे में जाकर देखा तो वह फांसी पर लटका था। कुलदीप पिता रामगोपाल भाट (19 वर्ष) निवासी लिम्बा पिपल्या हालमुकाम हामूखेड़ी अपने मामा राकेश पिता नंदकिशोर के यहां बचपन से रहता था और यहीं रहकर पढ़ाई करता था।

परिजनों ने बताया कि कुलदीप की मां का करीब 12 वर्ष पहले निधन हो गया था तभी से वह नाना-नानी के यहां आ गया था। कुलदीप फायनल ईयर का छात्र था और अधिकांश समय मोबाइल में गेम खेलता था। शनिवार शाम वह दूसरी मंजिल स्थित कमरे में था। नीचे के कमरे में मामी व अन्य परिजन थे। घर वालों को लगा कि कुलदीप अपने कमरे में मोबाइल पर गेम खेल रहा है। शाम को मामा घर आये तो उन्होंने कुलदीप के बारे में पूछा और कमरे में जाकर देखा तो वह फांसी पर लटका था। परिजन शव उतारकर जिला चिकित्सालय लाये यहां पुलिस ने शव को पीएम रूम में रखवाया और जांच शुरू की।

सब प्यार से रहो, किसी को परेशान मत करना

कुलदीप ने आत्महत्या के पहले अपने मोबाइल में एक सुसाइड नोट लिखा जिसमें उसने लिखा कि मैं सबसे बहुत प्यार करता हूं, सब प्यार से रहो, मेरे मरने के बाद किसी को परेशान न किया जाएं।

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