चिंता दूर…शिप्रा नदी और गंभीर फुल

चौबीस घंटे मेें 3 इंच वर्षा, अभी तक 22 इंच हुई: जीवाजीराव वैधशाला से प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते चौबीस घंटे में तीन इंच बारिश हो चुकी है, जबकि इस साल बारिश के मौसम में 22 इंच बारिश हुई है। सामान्य रूप से 36 इंच बारिश होना चाहिये। वेधशाला के प्रेक्षक दीपक गुप्ता के अनुसार हवा का दबाव बना हुआ है और आगामी चौबीस घंटों में भी जोरदार बारिश होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। दिन का अधिकतम तापमान 28.0 और न्यूनतम तापमान 24.0 डिग्री सेल्सिय आंका गया है।

उज्जैन। बारिश का सीजन जून माह के अंतिम सप्ताह से शुरू हो चुका है, लेकिन शहरवासी झमाझम बारिश का अब तक बेसब्री से इंतजार कर रहे थे और पिछले दो दिनों से कभी धीमी तो कभी तेज हो रही बारिश के बाद देर रात से शुरू हुई झमाझम ने शहर को तरबतर करके रख दिया। सुबह तक लगातार बारिश का सिलसिला जारी रहा।

शहर व आसपास के क्षेत्रों सहित देवास और इंदौर में भी तेज बारिश का क्रम जारी है जिसके कारण मानसून सीजन में पहली बार गंभीर बांध के 2 गेटों को 1 मीटर तक खोलना पड़ा जबकि शिप्रा नदी के बड़े पुल से पानी तीन फीट नीचे बह रहा था जबकि पानी बढऩा जारी था। इधर शहर में तेज बारिश के कारण डेढ़ दर्जन से अधिक कालोनियों सहित निचली बस्तियों के घरों में दो से तीन फीट तक पानी जमा हो गया। अनेक स्थानों पर पेड़ भी धाराशायी हुए और एक ही झड़ी में शहर का जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया।

ऐसे बढ़ा गंभीर व शिप्रा का जलस्तर
शहर में मानसून की रिमझिम बारिश तो लंबे समय से हो रही थी लेकिन इसका असर गंभीर बांध के स्टोरेज पर नहीं पड़ा। दो दिनों से उज्जैन, देवास और इंदौर में लगातार बारिश का असर यह हुआ कि इंदौर स्थित यशवंत सागर के एक साथ 6 गेट खोलना पड़े और यहां से तेजी से पानी गंभीर बांध की तरफ पड़ा।

पीएचई अधीक्षण यंत्री धर्मेन्द्र वर्मा ने बताया कि गंभीर बांध में तेजी से पानी बढऩे के कारण सुबह 8 बजे दो गेटों को 1 मीटर तक खोलना पड़ा। बांध में अब भी तेजी से पानी की आवक जारी है। इसी प्रकार शिप्रा नदी का जलस्तर सुबह 8 बजे बाद तेजी से बढऩे लगा और समाचार लिखे जाने तक बड़े पुल से 3 फीट नीचे पानी बह रहा था।

इन कॉलोनियों के घरों में भरा पानी
देर रात से लगातार हो रही तेज बारिश के कारण शहर की अंकपात स्थित महेश नगर, नानाखेड़ा स्थित महेश विहार, केशव नगर, वेद नगर, आनंद नगर, तृप्ति विहार, शांति नगर, शास्त्री नगर, विवेकानंद कालोनी, एकता नगर, धन्नालाल की चाल, तोपखाना, लोहे का पुल, नई सड़क क्षेत्र स्थित अनेक मकानों में दो से तीन फीट तक पानी जमा हो गया जबकि तीन बत्ती चौराहा, चामुण्डा चौराहा, नई सड़क, जूना सोमवारिया, गधापुलिया आदि क्षेत्रों की मुख्य सड़कों पर दो से तीन फीट पानी जमा होने के कारण मार्ग अवरुद्ध हो गये। दो पहिया वाहन चालकों ने इन मार्गों से वाहन निकालने का प्रयास किया लेकिन वाहन खराब होने के कारण बीच में ही बंद हो गये।

पेड़ गिरा, आधा दर्जन वाहन क्षतिग्रस्त
माधव नगर रेलवे स्टेशन के सामने इंजीनियरिंग सेक्शन कार्यालय में लगा बड़ा गुलमोहर का वृक्ष अचानक गिर गया। इस वृक्ष के नीचे करीब आधा दर्जन दो पहिया वाहन खड़े थे जो पेड़ के नीचे दबने से क्षतिग्रस्त हो गये। प्लेटफार्म 1 पर नाली जाम होने के कारण पटरियों पर पानी भर गया। स्टेशन प्रबंधक मुकेश जैन स्वयं यहां पहुंचे और नालियों की सफाई कराने के निर्देश के साथ पटरियों पर जल जमा के कारण तलाशते नजर आये।

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