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जघन्य अपराधों में उज्जैन का एक ही आरोपी लटका फांसी पर
उज्जैन:भूखी माता मंदिर के आगे लालपुर की ओर झोपड़ी में रहने वाली 5 वर्षीय बालिका को घर से उठाकर ले जाने के बाद उससे दुष्कर्म और बाद में हत्या कर लाश को नदी में फेंकने के मामले में पुलिस टीम ने 24 घंटों में सफलता हासिल कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। अधिकारियों का दावा है कि दो दिन में कोर्ट में चालान पेश कर आरोपी को फांसी की सजा दिलाएंगे लेकिन शहर में घटित हुए पुराने जघन्य अपराधों में अब तक सिर्फ एक व्यक्ति ही फांसी के फंदे पर लटका है और बालिका के मामले में पुलिस को कड़ी मशक्कत करना होगी।
लक्ष्मीपुरा में पांडे परिवार के एक व्यक्ति ने 20 वर्ष से अधिक समय पूर्व पत्नी व बच्चों की जघन्य हत्या की थी। उस मामले को पुलिस ने जघन्य अपराध की श्रेणी में लेकर आरोपी को गिरफ्तार किया। जिसे न्यायालय द्वारा फांसी की सजा सुनाई गई और उसे फांसी के फंदे पर लटकाया भी गया लेकिन सुमराखेड़ा में सास की जघन्य हत्या के आरोपी को फांसी की सजा होने के बाद इस सजा को कोर्ट ने आजीवन कारावास में तब्दील कर दिया।
इंदिरानगर में रहने वाले तांत्रिक नारायण द्वारा एक ही परिवार के 4 सदस्यों की हत्या के मामले में तांत्रिक को फांसी की सजा हुई लेकिन उसे भी फांसी पर नहीं लटकाया गया। ऐसे ही कुछ वर्षों पूर्व आतंक का पर्याय बन चुके चड्डी बनियानधारी गिरोह के सदस्यों को भी फांसी की सजा हुई थी लेकिन वह भी अब तक फांसी के फंदे से दूर हैं।
डीजीपी ने लिया संज्ञान
पुलिस सूत्र बताते हैं कि बालिका के साथ जघन्य अपराध की खबर भोपाल पुलिस मुख्यालय में डीजीपी तक पहुंच चुकी थी और उन्होंने ही उज्जैन पुलिस के अधिकारियों को निर्देश देकर आरोपी की शीघ्र गिरफ्तारी की बात कही थी। बताया जाता है कि आरोपी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस द्वारा जुटाये गये परिस्थिति जन्य साक्ष्य, डीएनए, ब्लड सेंपल लिये गये लेकिन शनिवार, रविवार अवकाश होने के कारण रिपोर्ट मिलने में अधिकारियों द्वारा आशंका व्यक्त की गई। इस पर स्वयं डीजीपी ने छुट्टी के दिन भी लैब खोलकर जांच करवाने की बात कही।
बालिका का परिवार चाहता है आरोपी को फांसी हो
दादा, दादी, भाई, बहन, चाचा के बीच सो रही मासूम बालिका को झोपड़ी का दरवाजा खोलकर उठा ले जाने और उसके साथ दुष्कर्म के बाद हत्या कर लाश को लालपुल के समीप शिप्रा नदी में फेंक देने के मामले में पुलिस टीम द्वारा 24 घंटों में आरोपी की गिरफ्तारी से बालिका के परिवारजन संतुष्ट हैं। बालिका के पिता का कहना है कि आरोपी को फांसी की सजा मिले ऐसे प्रयास पुलिस को करना चाहिये तभी हमें इंसाफ मिलेगा।
आरोपी और उसके पिता के आपराधिक रिकॉर्ड
पुलिस सूत्र बताते हैं कि बालिका के अपहरण, दुष्कर्म और हत्या के आरोपी शिवा मराठा के कोतवाली सहित अन्य थानों में मारपीट के पहले से ही कई प्रकरण दर्ज हैं। आरोपी शिवा का पिता अनिल भी कुख्यात बदमाश था और कई मामलों में पुलिस गिरफ्त में आ चुका है। शिवा महाकाल मंदिर स्थित हार फूल की दुकान पर काम करता था और गांजे का नशा भी करता था। वह पोर्न फिल्में देखने का भी आदी था।
दरिंदे के चेहरे पर पछतावे की शिकन तक नहीं
मामले की गंभीरता के मद्देनजर स्वयं एसपी सचिन अतुलकर ने महाकाल थाने में बैठकर आरोपी से लगातार अलग-अलग तरीकों से पूछताछ की जिसमें शिवा टूट गया और उसने अपराध कबूल कर लिया। मामले के खुलासे के बाद आरोपी शिवा को महाकाल थाने की लॉकअप में अन्य अपराधियों से अलग रखा गया है। शिवा रातभर सुकून की नींद सोया और सुबह भी उसके चेहरे पर अपने कुकृत्य को लेकर पछतावे की शिकन तक नहीं थी।