- भस्म आरती: बाबा महाकाल का राजा स्वरूप में दिव्य श्रृंगार त्रिपुण्ड, भांग, चन्दन अर्पित करके किया गया!
- भस्म आरती: राजा स्वरूप में सजे बाबा महाकाल, त्रिपुण्ड, त्रिनेत्र, चन्दन और फूलों की माला अर्पित कर किया गया दिव्य श्रृंगार
- बाबा महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुए 'गदर 2' के अभिनेता उत्कर्ष शर्मा, लगभग दो घंटे तक महाकाल की भक्ति में दिखे लीन; उत्कर्ष बोले- मेरे लिए बेहद अद्भुत अनुभव!
- भस्म आरती: वैष्णव तिलक, चन्दन का चंद्र, आभूषण अर्पित कर बाबा महाकाल का किया गया गणेश स्वरूप में दिव्य श्रृंगार!
- पंजाब नेशनल बैंक की ओर से श्री महाकालेश्वर मंदिर को भेंट की गई दो ई-कार्ट, प्रशासक गणेश धाकड़ ने PNB के अधिकारियों का किया धन्यवाद
जिला अस्पताल में डॉक्टर पर रुपए मांगने का आरोप
उज्जैन। जिला चिकित्सालय में टीबी के मरीज से डॉक्टर द्वारा रुपये मांगने का आरोप मरीज के पुत्र ने लगाया। इसी प्रकार एक महिला ने भी उसी डॉक्टर पर रुपये मांगने का आरोप लगाया। हालांकि डॉक्टर द्वारा इससे इंकार किया गया है।
राधेश्याम निवासी डेलची बुजुर्ग अपने पिता भेरूलाल (85) वर्ष को उपचार के लिये जिला चिकित्सालय लाया था। यहां डॉ. अजय निगम द्वारा वृद्ध भेरूलाल का उपचार शुरू किया गया और उन्हें टीबी की दवाई भी दी गई लेकिन जांच रिपोर्ट आने के बाद डॉ. निगम ने यह दवाई बंद कर दी।
वृद्ध के बेटे राधेश्याम ने जिला चिकित्सालय में डॉ. निगम पर आरोप लगाया कि मेेरे पिता टीबी के मरीज हैं और डॉ. निगम द्वारा उनका उपचार करने के एवज में 5 हजार रुपयों की मांग की गई, रुपये नहीं देने पर डॉक्टर ने दवाई भी वापस ले ली।
इसी प्रकार शरदबाई नामक महिला ने बताया कि उनके पति मेहरबान सिंह को टीबी होने पर जिला अस्पताल में उपचार के लिये लाये थे उस दौरान डॉ. निगम द्वारा उपचार के एवज में 40 हजार रुपयों की मांग की गई। दोनों मामलों में जब डॉ. अजय निगम से चर्चा की गई तो उनका कहना था कि आरोप बेबुनियाद हैं। राधेश्याम के पिता को टीबी की पुष्टि नहीं होने पर दवाई बंद की गई थी।