डॉ. यादव बोले- नए कोर्स शामिल किए जाएंगे, सेंट्रल विवि बनाएंगे

विश्वविद्यालय में नए-नए कोर्सेस शामिल कर नई पीढ़ी को रोजगार पाने के लिए शिक्षा उपलब्ध कराए जाने का प्रयास किया जाएगा। वर्तमान व्यवस्थाओं के साथ-साथ केंद्र सरकार ने लागू की नई शिक्षा नीति में और नए आयाम जुड़ेंगे। इन्हीं संकल्पनाओं के साथ विश्वविद्यालय को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। उच्च शिक्षा मंत्री बनने के बाद पहली बार विवि पहुंचे डॉ. मोहन यादव ने शलाका दीर्घा सभाकक्ष में संकायाध्यक्षों, प्रोफेसरों, शिक्षकों की बैठक भी ली। उन्होंने कहा हम सब संकल्प लें कि विक्रम विश्वविद्यालय को ऊंचाईयों तक ले जाने का प्रयास करेंगे। नई शिक्षा नीति के तहत शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव आने वाले हैं। विश्वविद्यालय प्रदेश में ही नहीं देश में प्रथम श्रेणी पर रहे, इसके लिए प्रयास किया जाएगा। कुलसचिव डॉ.डीके बग्गा ने कहा विवि में 10 नए काेर्स एमएससी डाटा साइंस, एमएससी एआई एंड मशीन लर्निंग, एमएससी इंफार्मेशन सिक्योरिटी, एमएससी इंफार्मेशन टेक्नालॉजी, बीसीए ऑनर्स, बीएससी ऑनर्स, पीजीडीसीए डाटा साइंस, पीजीडीसीए एआई एंड मैकेनिकल लर्निंग, पीजीसीए वेब डेवलपमेंट एंड सॉफ्टवेयर टेस्टिंग, पीजीडीसीए रहेंगे। इसी प्रकार एमए समाजशास्त्र सीबीसीएस और समाजशास्त्र अध्ययनशाला में डिप्लोमा इन गाईडेंस एंड काउंसलिंग नए कोर्स शामिल किए जाएंगे। बैठक को कुलपति प्रो. बालकृष्ण शर्मा, पूर्व कुलपति प्रो. रामराजेश मिश्र ने भी संबोधित किया। इस दौरान विवि में महात्मा गांधी के 150वें जयंती वर्ष को सहभागिता के साथ स्मरणीय बनाने के लिए कुलपति प्रो. शर्मा के मार्गदर्शन में 100 दिवस की कार्य योजना तैयार कर ‘महात्मा गांधी विचार और नवाचार’ पुस्तिका का विमोचन किया।

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