तीसरी बार भी नहीं मिला पुलिस बल, अतिक्रमण हटाओ गैंग लौटी

उज्जैन । गुरुवार को एक बार फिर नगर निगम की गैंग नागझिरी में अतिक्रमण हटाने पहुंची लेकिन पुलिस बल नहीं मिलने से बगैर कार्रवाई के लौट आई। एक महीने में यह तीसरी बार हुआ जब निगम की टीम को पुलिस बल नहीं मिला, इससे कार्रवाई रोकना पड़ी।

बल के अभाव में कब-कब टली कार्रवाई
व्यापारियों ने खुद खाली कर दी थी कट चौक की दुकानें
दस दिन पहले फ्रीगंज में कट चौक अतिक्रमण मुक्त करवाए जाने थे। निगम की टीम मौके पर पहुंची थी। तब कुछ फल व्यापारियों ने अपने यहां के पक्के ठिए तोड़ दिए थे व 80 प्रतिशत दुकानें खाली हो गईं थी, जबकि निगम की टीम को तो पुलिस बल नहीं आने से बगैर कार्रवाई के ही लौटना पड़ा था। इसके बाद व्यापारी एकजुट हुए और अब कार्रवाई अधर में हैं।

प्रेसीडेंट होटल के लिए पूरा दल तैयार रहा, पुलिस बल नहीं मिला
निगम के अफसरों ने 9 अप्रैल को हरिफाटक ओवरब्रिज स्थित होटल प्रेसीडेंट के अवैध निर्माण को तोडऩे की तैयारी कर ली थी। ब्लास्टिंग के लिए बाहर से टीम बुलवाई थी। सभी एक जगह एकत्रित हो गए थे। ऐनवक्त पर पुलिस बल नहीं मिला कार्रवाई टालना पड़ी। अगले दिन मामले में स्टे मिल गया।

यूडीए व निगम का अमला पहुंचा इंतजार करते रहे नहीं आया बल
गुरुवार सुबह निगम के गैंग प्रभारी मोनू थनवार जेसीबी व टीम के साथ नागझिरी में पहुंच गए थे। यहां के अतिक्रमण को हटाने के लिए यूडीए की तरफ से निगम को पत्र आया था। इसी के चलते कार्रवाई करना तय हुआ था। पौन घंटे बाद सूचना आई कि पुलिस बल नहीं आएगा। लिहाजा यूडीए व निगम की टीम को बगैर कार्रवाई के लौटना पड़ा।

3 कारण, जिससे बल नहीं मिल रहा
01. राजनीतिक दबाव के कारण पुलिस अफसर फोर्स देने से कतरा रहे हैं। 02. पुलिस बल इंदौर में क्रिकेट मैच में लगा होना भी वजह हो सकती है। 03. प्रेसीडेंट होटल पर कार्रवाई के वक्त एसपी अवकाश पर थे। प्रभारी अफसर निर्णय नहीं ले पाए।

िकसी ने बल नहीं मांगा लिखकर दे सकता हूं
हमसे किसी ने बल मांगा ही नहीं तो क्यों दे दें। मैं तो लिखित में जवाब देने को तैयार हूं। हम तो समन्वय से काम करते हैं। – एमएस वर्मा, एसपी

कार्रवाई के लिए पत्र लिखकर मांगा था बल
प्रेसीडेंट होटल पर कार्रवाई के लिए कलेक्टर के हस्ताक्षर से पुलिस बल के लिए पत्र गया था, बहरहाल हममें अच्छा समन्वय है। मिलकर कार्रवाई करेंगे। – आशीष सिंह, कमिश्नर, नगर निगम

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