धार्मिक शहर में विदेशी फूलों की एक्जिबिशन, कमाई के अवसर भी

उज्जैन. विक्रम कीर्ति मंदिर में 3 फरवरी से देशी-विदेशी फूलों की प्रदर्शनी शुरू हुई। ये केवल देखने भर के लिए नहीं बल्कि जिले में फूलों के उत्पादन के हब के के लिए प्रमोट भी करेगी। इसमें जिले के 500 किसानों को विदेशी फूलों की खेती के तरीके सिखाए जाएंगे। दरअसल धार्मिक स्थल होने के कारण फूलों की मांग बढ़ रही है। ऐसे में किसानों को देशी के साथ विदेशी फूलों की खेती कर अतिरिक्त कमाई के अवसर भी मिलेंगे।
पहली बार राष्ट्रीय पुष्प प्रतियोगिता
शहर में पहली बार राष्ट्रीय पुष्प प्रतियोगिता एवं प्रदर्शनी लगाई है। तीन दिवसीय इस प्रदर्शनी में दुनियाभर के फूल रखे गए हैं। इसके लिए किसानों से प्रविष्टियां भी मांगी गई हैं। जिले में वर्तमान में 400 हेक्टयर में फूलों का उत्पादन किया जा रहा है। इसमें गुलाब, गेंदा, मोगर, झरबेरी सहित 8 से 10 प्रकार की फूल उगाए जा रहे हैं, लेकिन जिले में फूलों के उत्पादन की बहुत गुंजाइश है। उद्यानिकी विभाग के अधिकारी सुनीलकुमार सिरसट का मानना है कि किसान अगर रुचि लेते हैं तो फूलों की खेती का रकबा दोगुना किया जा सकता है।
धार्मिक नगरी के कारण बढ़ी डिमांड
धार्मिक नगरी के कारण शहर में फूलों की मांग है। इसके अतिरिक्त सांस्कृतिक कार्यक्रम व शादी-समारोह में साज-सज्जा के लिए विदेशी फूलों की मांग बढ़ रही है। ऐसे में इस प्रदर्शन के माध्यम से किसानों को फूलों के उत्पादन और इससे होने वाली आमदनी के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
400 टेबल, 1500 स्टॉल
प्रदर्शनी में कम से कम 400 टेबल लगी हैं, जिन पर कांच की बोतलों में ये फूल शोभायमान हैं। कट फ्लॉवर लगाए गए हैं। इसके साथ ही 1500 स्टॉल मौसमी फूलों के लिए भी लगाए हैं।
5 फरवरी तक चलेगी प्रदर्शनी
विक्रम कीर्ति मन्दिर में 3 से 5 फ रवरी तक तीन दिवसीय फूलों की प्रदर्शनी आयोजित की गई है। इसमें विभिन्न राज्यों के कई प्रकार के फू लों का प्रदर्शन होगा। शहर में पहली बार पुष्प प्रतियोगिता एवं प्रदर्शनी लगाई जा रही है।

 

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