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निरीक्षण-बैठक:कलेक्टर की चेतावनी : महाकाल लोक के कार्य 31 जुलाई से 31 अगस्त तक पूरे करें, पिछड़ने वाले ठेकेदार पर कार्रवाई होगी
महाकाल लोक के दूसरे चरण में हो रहे कामों की डेडलाइन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने तय कर दी है। ये सभी काम उन्होंने 31 जुलाई से 31 अगस्त तक करने के निर्देश तो दिए ही चेतावनी भी दी कि जो ठेकेदार कार्य करने में पिछड़ेंगे उन पर पेनल्टी लगाई जाएगी। साथ ही वे अन्य कार्रवाई के भी दायरे में आएंगे।
गुरुवार को कलेक्टर ने दूसरे चरण के कामों की समीक्षा बैठक कर निरीक्षण भी किया। प्रत्येक कार्य की डेडलाइन नियत की। उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि इन सभी कामों का लोकार्पण सितंबर में प्रस्तावित है। लिहाजा लेटलतीफी व लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कलेक्टर ने स्मार्ट सिटी के अधीक्षण यंत्री को डे टू डे कार्यों की मॉनीटरिंग करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने ई-कार्ट में बैठकर विभिन्न निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। सबसे पहले उन्होंने सरस्वती शिशु मंदिर वाले समानांतर मार्ग का निरीक्षण किया तथा नीलकंठ वन के बेसमेंट पार्किंग का अवलोकन किया। समानांतर मार्ग में उन्होंने एक होटल में जाकर सड़क पर वाहन पार्किंग नहीं करने की हिदायत दी। इसके बाद उन्होंने आकस्मिक प्रवेश द्वार, शिखर दर्शन आदि के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया तथा यहां से जल निकासी के बारे में दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान निगमायुक्त रोशनकुमार सिंह, महाकालेश्वर मंदिर प्रशासक संदीप सोनी व एसडीएम कल्याणी पांडे आदि मौजूद रहे।
निरीक्षण में किस कार्य के लिए क्या निर्देश
- 21.52 करोड़ की लागत से कायाकल्प के कार्य में बनाई जाने वाले ध्यान कुटीरों का नामकरण पौराणिक आधार पर किया जाएं।
- 6.95 करोड़ की लागत से नीलकंठ वन के तहत लैंडस्केपिंग, बांस से कियोस्क ऐसे निर्मित होना चाहिए।
- नीलकंठ मार्ग पर बनाई जा रही म्यूरल वाल 5 मीटर ऊंची एवं 280 मीटर लंबी रहे।
- 19.91 करोड़ की लागत से महाराजवाड़ा काॅम्प्लेक्स संरक्षण व विकास का कार्य हो रहा है। कहा गया कि महाराजवाड़ा पार्ट-बी कॉम्प्लेक्स का कार्य, लैंडस्केपिंग में तेजी लाएं।
हरिफाटक पार्किंग का कार्य लगभग पूर्ण
मन्नत गार्डन वाली जमीन पर बन रहे हरिफाटक पार्किंग का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। यहां पर दुकानें बनाई जा रही हैं। दुकानों को आकर्षक स्वरूप में एकरूपता के साथ बनाने के निर्देश है। न्यू वेटिंग हॉल में पर्यटकों के आरामदायक बैठने की जगह मिलेगी। प्रवेश के लिए प्रबंधन एवं भीड़ नियंत्रण करने में मदद होगी।