- नंदी हाल से गर्भगृह तक गूंजे मंत्र—महाकाल के अभिषेक, भस्मारती और श्रृंगार के पावन क्षणों को देखने उमड़े श्रद्धालु
- महाकाल की भस्म आरती में दिखी जुबिन नौटियाल की गहन भक्ति: तड़के 4 बजे किए दर्शन, इंडिया टूर से पहले लिया आशीर्वाद
- उज्जैन SP का तड़के औचक एक्शन: नीलगंगा थाने में हड़कंप, ड्यूटी से गायब मिले 14 पुलिसकर्मी—एक दिन का वेतन काटने के आदेश
- सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ का संदेश, उज्जैन में निकला भव्य एकता मार्च
- सोयाबीन बेचकर पैसा जमा कराने आए थे… बैंक के अंदर ही हो गई लाखों की चोरी; दो महिलाओं ने शॉल की आड़ में की चोरी… मिनट भर में 1 लाख गायब!
पत्र में लिखेंगे चाइना के पटाखे ना खरीदें, ना बेचें
शहर में दीपावली के दौरान बिकने वाले चाइनीज पटाखों का बहिष्कार करने के लिए नजरअली खेरची पटाखा व्यापारी एसोसिएशन ने अनूठी पहल की है। एसोसिएशन द्वारा शहरभर के पटाखा व्यापारियों को पत्र भेजकर चाइनीज पटाखे नहीं खरीदने और ना ही बेचने का अनुरोध किया जाएगा।
इसकी पहली मुख्य वजह है चीन को पाकिस्तान का खुला समर्थन और भारत का विरोध। वहीं दूसरी वजह चाइनीज आतिशबाजी के चलते देश का पटाखा उद्योग बर्बाद हो रहा है। इसी के तहत यह फैसला लिया गया है। शहरभर में दीपावली के दौरान २५० से अधिक पटाखा दुकानें लगती हैं। इस दौरान करीब ७५ लाख रुपए का कारोबार होता है जिसमें से १० लाख रुपए के चाइनीज पटाखे बिकते हैं। शहर में १० से १२ दुकानें थोक की हैं लेकिन यहां खेरची माल बेचा जाता है।
राष्ट्रहित सर्वोपरिइसमें समझौता नहीं
सभी पटाखा व्यापारियों को पत्र भेजने की योजना बना रहे हैं। इसके लिए एसोसिएशन के पदाधिकारियों से चर्चा की जा रही है। पत्र में व्यापारियों से अनुरोध किया जाएगा कि वे ना तो चाइना के पटाखें खरीदें और ना ही बेचें क्योंकि यह राष्ट्रहित का मामला है।
इसमें कोई समझौता नहीं होगा। चीन जिस तरह से भारत का विरोध कर रहा है हमें उसके उत्पादों का पुरजोर बहिष्कार करना चाहिए। इसके अलावा जिला प्रशासन चाइना के पटाखे बेचने वाले व्यापारियों के गोदामों पर छापे मारे और चाइनीज पटाखे जब्त करे जिससे यह मार्केट में न आएं।