परिसीमन को लेकर लोगों ने उठाये ये कदम

उज्जैन |  दो दिन शासकीय अवकाश के बाद नए परिसीमन को लेकर सोमवार से आपत्तियां आना शुरू हो गई हैं। किसी ने वार्ड विशेष में पास की कुछ गलियों को भी शामिल करने की मांग की है तो किसी ने वर्तमान वार्ड सीमा से कुछ गलियोंं को हटाने पर आपत्ति ली है। वार्ड परिसीमन पर २४ अक्टूबर की शाम तक दावे-आपत्ति लिए जाएंगे।

नगर निगम सीमा में वार्डों की संख्या ५४ से बढ़ाकर ६० करने के प्रस्ताव का कलेक्टर द्वारा १७ अक्टूबर को प्रकाशन किया गया था। प्रकाशन के साथ ही इस संबंध में दावे-आपत्ति भी चाहे गए हैं। प्रकाशन के अगले दिन शुक्रवार को एक भी आपत्ति प्राप्त नहीं हुई थी। इसके बाद शनिवार और रविवार के शासकीय अवकश के चलते आपत्ति नहीं दी जा सकी। सोमवार को ६ लोगों ने नए परिसीमन को लेकर लिखित आपत्ति दर्ज कराई है। आपत्ति दर्ज करवाने वालों में से अधिकांश राजनीतिक दलों से जुड़े लोग हैं।

 

ये आपत्तियां आईं

१. वार्ड ४१ की पार्षद ताराबाई मालवीय ने पत्र में बताया है, वार्ड क्रमांक ४० व ४१ को मिलाकर वार्ड ४५ बनाया गया है। इसमें पुराना वार्ड क्रमांक ४० का क्षेत्र नवीन सीमा में नाले किनारे दर्शाया गया है। इसका एरिया कम कर , इसके स्थान पर पंवासा मुख्य मार्ग से अंदर की ओर संजय ठाकुर के मकान से हनुमान मंदिर, मोहन टटवाल किराना स्टोर होते हुए नीमनवासा तक व पुराना वार्ड क्रमांक ४१ स्थित पांड्याखेड़ी, नए वार्ड ४५ की सीमा क्षेत्र में जोड़ा जाए।

२. कांग्रेस प्रदेश सचिव सैय्यद मकसूद अली ने वार्ड क्रमांक २२, २४ और ३१ को लेकर आवेदन दिया है। वार्ड २२, बृहस्पति वार्ड में उत्तर की ओर से सती मार्ग, वल्लभभाई पटेल मार्ग होते हुए निकास चौराहा से बियाबानी चौराहा तक लिया है जो उक्त वार्ड की सीमा से दूर है। वार्ड २४ सैयदना वार्ड में वीर दुर्गादास मार्ग गली क्रमांक ६ से वीर दुर्गादास की उत्तर पट्टी को लेते हुए कालियादेह गेट चौराहा कमरी मार्ग भवन क्रमांक ६० तक को भी इसमें जोड़ दिया गया है। जबकि उक्त वार्ड की जनसंख्या ८८४६ है। वार्ड ३१ अहिल्या वार्ड की उततर पट्टी लेते हुए भवन क्रमांक-१६४ तक, पश्चात चौबीस खंबा मार्ग की पूर्व पट्टी आदि को जोड़ दिया गया है, जिसकी जनसंख्या ८८८८ है।

३. मालनवासा निवासी लोकेंद्र जोशी ने वार्ड ५३ की सीमाएं परिवर्तित कर वार्ड क्रमांक ६० का निर्माण करने और वार्ड को अनुसूचित जाति आरक्षित करने के संबंध में आवेदन दिया है। उनके अनुसार वार्ड में सामान्य वर्ग के लोग अधिक रहते हैं और पूर्व में यह वार्ड अनारक्षित था।

४. कंचनपुरा निवासी जितेंद्र कुवाल ने अपनी आपत्ति में बताया, वार्ड क्रमांक ३९ नए परिसीमन में वार्ड ४१ हो रहा है। उनकी आपत्ति है कि या तो कंचनपुरा बाहर किया जाए या वापस ४ से लेकर ७ की गली की जाए।

५. यूथ कांग्रेस महासचिव जितेंद्र बिहाणिया ने वार्ड १९ मायापुरी के परिसीमन को लेकर आपत्ति ली है। उनके अनुसार इसमें हीरामील की चाल के करीब ४० भवनों छोड़ दिया गया है, शामिल करना जरूरी है।

६. गजेंद्रसिंह गेहलोत ने आपत्ति ली है कि वार्ड क्रमांक ४२ में तात्याटोपे गली नंबर १ देसाईनगर को वार्ड क्रमांक ४७ में शामिल किया गया है जोकि अव्यवहारिक है।

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