परीक्षा देने पहुंचे छात्रों के शर्ट तक उतराए छात्राओं के बालों से निकाले हेयर बैंड

उज्जैन :-  मेडिकल कॉलेज में दाखिलों के लिए हुई परीक्षा में मेटल डिटेक्टर से जांच

मेडिकल पाठ्यक्रमों में दाखिले के रविवार को शहर के चार केंद्रों पर हुए सीबीएसई के नेशनल एलीजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) में विद्यार्थियों को सख्त चेकिंग से गुजरना पड़ा। चेकिंग के नाम पर छात्रों के शर्ट तक उतरवा लिए गए आैर उनके पेंट की जिप तक चेक की गई। फुल आस्तीन की शर्ट या टी-शर्ट पहन कर आए कुछ छात्रों की तो आधी आस्तीन ही कैंची से काट दी गई। पेंट से बेल्ट भी निकाल कर नाड़े दिए गए। छात्राओं को भी कोई रियायत नहीं दी गई। उनके बाल पकड़कर हेयर बैंड, क्लचर आदि के साथ कान की बालियां भी निकलवा ली गई। इसके अलावा उनके दुपट्टे, स्कार्फ आदि भी बाहर ही रखवा लिए गए।

हाथों में बंधे धागों को भी एग्जाम हॉल के बाहर ही काट दिया गया। परीक्षा में जूते-मौजे भी मान्य नहीं थे, इस कारण जूते-मौजे भी बाहर ही निकलवा लिए गए आैर कई विद्यार्थियों को नंगे पैर ही एग्जाम हॉल में बैठना पड़ा। इतनी सख्ती देख कई विद्यार्थी सहम से गए। हालांकि केंद्रों पर मौजूद अधिकारियों का कहना था कि सारे नियम सीबीएसई की ओर से पहले ही स्पष्ट कर दिए गए थे। शहर में तक्षशिला जूनियर कॉलेज, ऑक्सफोर्ड जूनियर कॉलेज, क्रिस्त ज्योति स्कूल आैर आधारशिला अकादमी में बनाए गए नीट के केंद्रों पर सुबह 10.30 बजे से 1.30 बजे तक हुई परीक्षा में डेढ़ हजार से अधिक विद्यार्थी शामिल हुए।

फिजिक्स-कैमेस्ट्री ईजी, बॉयो के सवालों ने उलझाया

विद्यार्थी गौरव शर्मा, ऐश्वर्या अग्निहोत्री, अंकित खंडेलवाल सहित अन्य विद्यार्थियों ने बताया कुल 180 सवालों में फिजिक्स-कैमेस्ट्री से जुड़े सवाल बेहद आसान थे लेकिन बॉयोलॉजी विषय के कुछ सवाल काफी कठिन थे। हालांकि अधिकांश विद्यार्थियों का कहना था कि पेपर काफी सरल था। इसमें बीते वर्ष के पैटर्न में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है, जिसके कारण एवरेज स्टडी से भी इस परीक्षा में अच्छे अंक मिलने की उम्मीद है। एमबीबीएस सहित अन्य मेडिकल से जुड़े अन्य पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए नीट आयोजित की जाती है। नीट के अंकों के आधार पर ही प्रवेश प्रक्रिया होगी।

स्कूल में फोटोग्राफर से की मारपीट

इधर नीट के दौरान कवरेज करने गए फोटोग्राफर नौमिष दुबे को तक्षशिला जूनियर कॉलेज में कवरेज करने से रोक दिया गया। इतना ही नहीं प्राचार्य वी. गणेशन ने कुछ कर्मचारियों के साथ मिलकर दुबे के साथ मारपीट भी की, जिसके बाद दुबे को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। घटना के बाद नाराज पत्रकार व छायाकार भी स्कूल पहुंचे आैर प्रबंधन के खिलाफ अपना आक्रोश जताया। इसके बाद दोनों पक्ष नानाखेड़ा थाने भी पहुंचे। नानाखेड़ा थाना प्रभारी विवेक गुप्ता ने बताया दोनों पक्षों की ओर से शिकायती आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनकी जांच की जा रही है।

छात्राओं को इस तरह पकड़ कर बालों से हेयर बैंड, क्लचर निकाले गए

छात्रों की मेटल डिटेक्टर से चेकिंग की गई। चेकिंग के नाम पर छात्रों के शर्ट तक उतरवा दिए।

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