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आवारा मवेशियों को पहले पकड़ा, फिर पशुपालकों के दबाव में छोड़ा
उज्जैन | आवारा मवेशियों की समस्या से शहरवासियों को निजात दिलाने के लिए नगर निगम की गैंग सोमवार को फिर आवारा मवेशियों को पकडऩे के लिए सड़कों पर उतरी लेकिन जैसे ही आवारा मवेशियों को गैंग ने पकड़कर ट्राले में डाला वैसे ही पशु मालिक पहुंच गए और मवेशियों को छोडऩे के लिए निगमकर्मियों के साथ हुज्जत करने लगे। इस दौरान विवाद की स्थिति भी बनी। इसके बाद पूरे समय गैंग के आगे-आगे पशु मालिक चलते रहे। आखिरकर उनके दबाव में कर्मचारियों ने मवेशियों को छोड़ दिया।दरअसल, काफी समय से शहरवासी आवारा मवेशियों की समस्या से परेशान हैं लेकिन हर बार कुछ दिन चलकर मुहिम बंद हो जाती है।
सोमवार को एक बार फिर निगम गैंग आवारा मवेशियों को पकडऩे के लिए निकली तो पशु मालिकों को खबर लग गई। निगम की गैंग ने एक गाय को पकड़ा और उसे लेकर जा रहे थे तभी रेलवे स्टेशन के सामने उन्हें पशु मालिकों ने घेर लिया और मवेशी को छोडऩे को लेकर हुज्जत करने लगे। जब गाड़ी में बैठे गैंग कर्मचारियों ने छोडऩे से मना किया तो विवाद की स्थिति बन गई।
इसके बाद गैंग आगे बढ़ गई तो पशु मालिक भी उनके साथ आगे-पीछे चलते रहे। उल्लेखनीय है कि शहर में आवारा मवेशियों की परेशानी बढ़ती जा रही है। सड़कों पर मवेशियों के कारण पैदल राहगीर एवं वाहन चालकों को काफी परेशानी होती है। कई लोग तो इनके हमले का शिकार होकर अस्पताल भी पहुंच चुके हैं। बावजूद इसके अभी तक आवारा मवेशियों की समस्या से लोगों को निजात नहीं मिल सकी है।
दबाव में छोड़ दिया
हरिफाटक ओवरब्रिज से जब निगम की गैंग रवाना हुई तो पशु मालिक पूरे समय निगम की गाडिय़ों को घेरे हुए चलते रहे और कर्मचारियों से मवेशी को छोडऩे की जिद पर अड़ गए। उनके साथ आए अन्य साथी भी कर्मचारियों से विवाद करते रहे। आखिरकार परेशान होकर गैंग कर्मियों ने मवेशी को छोड़ दिया और खाली ट्राल लेकर नगर निगम कार्यालय की ओर चल दिए।
पहले ही पहुंच गए पशुमालिक
जैसे ही गैंग हरिफाटक ओवरब्रिज पर पहुंची वहां पहले से ही पशु मालिक पहुंच गए। इस दौरान गैंगकर्मी गाय को पकडऩे के लिए नीचे उतरे तो बाइक से आए एक पशु मालिक ने गाय के पीछे बाइक दौड़ाते हुए एक गली में ले गए जिसके बाद गैंग कर्मचारी वहां से रवाना हो गए।