बड़ी कार्रवाई…होटल प्रेसिडेंट धराशायी, सुबह 5 बजे चला जेसीबी का पंजा

उज्जैन। हरिफाटक रिंगरोड़ स्थित विवादित होटल प्रेसिडेंट को ननि के अमले ने भारी पुलिस बल की मौजूदगी में धराशायी कर दिया। पुलिस, प्रशासन, ननि, स्वास्थ्य विभाग, बिजली विभाग की टीम प्रेसिडेंट होटल पहुंची और करीब 5 बजे कार्रवाई शुरू की गई।पहले होटल में ठहरे यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया वहीं होटल मालिक के परिजनों के विरोध को एडीएम ने दरकिनार करते हुए कार्रवाई करने के निर्देश कर्मचारियों को दिये। दोपहर 12 बजे तक होटल की बाउण्ड्रीवॉल, पोर्च, बगीचा, साईड में बना हॉल आदि पूरी तरह धराशायी कर दिये गये थे जबकि मुख्य हिस्से को गिराने के लिये डायनामाईट लगाने की कार्रवाई चल रही थी। हरिफाटक रिंगरोड़ मुख्य मार्ग पर वर्षों पूर्व होटल प्रेसिडेंट का निर्माण पूर्व पार्षद कलीम उर्फ गुड्डू ने किया था। जबकि उक्त भूमि शासकीय होकर नगर निगम की है। होटल बनने के पहले यहां पर ट्रक आदि वाहन खड़े होते थे।

बताया जाता है कि गुड्डू कलीम निर्दलीय पार्षद बनकर नगर निगम में पहुंचा और अपने रसूख के दम पर शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा करने के बाद भव्य होटल व गार्डन का निर्माण किया। जब अधिकारी होटल तोडऩे पहुंचे तो निलोफर खान निवासी वजीर पार्क कालोनी और कलीम खान ने कोर्ट में याचिका दायर कर दी गई। कोर्ट द्वारा याचिकाकर्ताओं को स्टे मिल गया था इसी कारण नगर निगम होटल की अतिक्रमण की जमीन को हटा नहीं पाया। दो दिनों पूर्व नगर निगम अधिवक्ता की ओर से हाईकोर्ट में पक्ष रखने के बाद फैसला नगर निगम के पक्ष में आया और अधिकारियों ने होटल तोडऩे की रूपरेखा बनाना शुरू कर दी।

होटल प्रेसिडेंट को धराशायी करने के लिये कलेक्टोरेट में रात में एक गोपनीय बैठक हुई जिसमें कलेक्टर, एडीएम, एसपी के मार्गदर्शन में यह तय हुआ कि तड़के ही होटल तोडऩे की कार्रवाई शुरू की जायेगी। इसके लिये लगने वाले अतिरिक्त पुलिस बल, स्वास्थ्य विभाग, बिजली विभाग और नगर निगम की टीमों को तय समय पर मौजूद रहने के निर्देश भी देर रात ही प्रसारित हो चुके थे।

सुबह 4 बजे: आप बाहर निकलो, ये होटल टूटेगा

हरिफाटक स्थित होटल प्रेसिडेंट को नगर निगम के अमले ने भारी पुलिस बल की मौजूदगी में धराशायी कर दिया। मामले में हाईकोर्ट से स्टे खारिज होने के बाद होटल प्रेसिडेंट के मालिक कलीम खान और उसके परिजनों के सामने यह स्पष्ट हो चुका था कि नगर निगम किसी भी समय होटल तोडऩे की कार्रवाई कर सकता है। इसी को लेकर कलीम ने अपने परिचित और परिजनों को होटल और पास ही बने घर में ठहराया था ताकि कार्रवाई के पहले विरोध किया जा सके। अधिकारियों को जिसकी आशंका थी वही हुआ, लेकिन पहले से मन बना चुके अधिकारी पीछे हटने को तैयार नहीं थे। तड़के 4 बजे से प्रशासन, नगर निगम और पुलिस के अधिकारी होटल प्रेसिडेंट के बाहर एकत्रित हो रहे थे और कुछ ही देर में एडीएम नरेन्द्र सूर्यवंशी, एएसपी, निगम आयुक्त विजय कुमार जे. सहित भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गये जिसके बाद एडीएम ने होटल में ठहरे यात्रियों को कहा आप बाहर निकले यह होटल टूटेगा। इसके बाद यात्रियों को बसों से रवाना किया। प्रशासन के अधिकारियों, निगम की गैंग और पुलिस फोर्स देखकर गुड्डू कलीम ने पहले से एकत्रित किये परिजनों के साथ विरोध दर्ज कराया। इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं भी मौजूद थीं लेकिन एडीएम ने विरोधियों को दो टूक कहा 5 मिनट का समय है होटल खाली कर दो वर्ना पुलिस कार्रवाई की जायेगी। स्थिति को विरोध करने वालों ने भांप लिया और होटल से सामान उठाने चले गये।

इंदौर से आए विस्फोटक एक्सपर्ट

नगर निगम अधिकारियों की मंशा थी कि एक ही दिन में कार्रवाई करते हुए अवैध अतिक्रमण में बनी होटल को धराशायी कर दिया जाये। यही कारण रहा कि नगर निगम के सभी संसाधनों के अलावा विस्फोटक एक्सपर्ट शरद सरवटे को इंदौर से बुलाया गया था। शरद सरवटे ने चर्चा में बताया कि होटल के दोनों ओर पक्के मकान बने हुए हैं। विस्फोट के दौरान दोनों मकानों को क्षति से बचाना है।

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